नई दिल्ली
तिहाड़ जेल में सुरक्षाकर्मियों के साथ हुई झड़प में हिज्बुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के बेटे समेत 18 कैदी घायल हो गए। सलाहउद्दीन का बेटा सैयद शाहिद युसूफ टेरर फंडिंग के मामले में तिहाड़ जेल में बंद है। अधिकारियों ने बताया कि तिहाड़ जेल संख्या-1 में 21 और 22 नवंबर की दरम्यानी रात को जांच के दौरान तीन कैदियों द्वारा एक दिव्यांग अधिकारी पर हमले के बाद तमिलनाडु विशेष बल के जवानों ने हस्तक्षेप किया जिसके बाद हुई हाथापाई में सैयद शाहिद युसूफ समेत 18 कैदी घायल हो गए।
मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजकर तथ्यों के बारे में अवगत करा दिया है। घायल कैदियों की यहां एम्स के डॉक्टरों की तीन सदस्यीय एक टीम ने जांच की है। इस पूरी घटना की जांच के लिए जिला जज रैंक के एक अधिकारी की अध्यक्षता में एक टीम का गठन किया गया है। अधिकारी ने बताया कि तिहाड़ जेल में तैनात तमिलनाडु विशेष बल बटालियन के कमांडेन्ट को भी इस घटना की अलग से विस्तृत जांच करने और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।
तिहाड़ जेल की रिपोर्ट के हवाले से अधिकारी ने घटना के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि एक कश्मीरी समेत तीन कैदी अनाधिकृत सामग्री के साथ पाए गए और जब तमिलनाडु विशेष बल के उपनिरीक्षक मुथु पांडी ने उन्हें हटाने का प्रयास किया तो कैदियों ने इसका विरोध किया और उन पर हमला कर दिया। दिव्यांग अधिकारी ने आरोप लगाया कि तीन कैदियों ने उन्हें पीटा। इसके बाद अन्य पुलिसकर्मियों ने हस्तक्षेप किया। इस दौरान हुई झड़प में 18 कैदी घायल हो गए।
इस घटना के बाद तमिलनाडु विशेष बल की टीम को जेल डयूटी से हटा दिया गया है। अधिकारी ने बताया कि जेल अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज समेत सबूत जमा करा दिए हैं। जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा को टेलीफोन करके तिहाड़ घटना के बारे में जानकारी ली थी। महबूबा ने तिहाड़ जेल में कश्मीरी कैदियों पर कथित हमले को लेकर सोशल मीडिया रिपोर्टों के बारे में गौबा से बात की थी और उनसे कैदियों की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने का आग्रह किया था।
तिहाड़ जेल में सुरक्षाकर्मियों के साथ हुई झड़प में हिज्बुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के बेटे समेत 18 कैदी घायल हो गए। सलाहउद्दीन का बेटा सैयद शाहिद युसूफ टेरर फंडिंग के मामले में तिहाड़ जेल में बंद है। अधिकारियों ने बताया कि तिहाड़ जेल संख्या-1 में 21 और 22 नवंबर की दरम्यानी रात को जांच के दौरान तीन कैदियों द्वारा एक दिव्यांग अधिकारी पर हमले के बाद तमिलनाडु विशेष बल के जवानों ने हस्तक्षेप किया जिसके बाद हुई हाथापाई में सैयद शाहिद युसूफ समेत 18 कैदी घायल हो गए।
मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजकर तथ्यों के बारे में अवगत करा दिया है। घायल कैदियों की यहां एम्स के डॉक्टरों की तीन सदस्यीय एक टीम ने जांच की है। इस पूरी घटना की जांच के लिए जिला जज रैंक के एक अधिकारी की अध्यक्षता में एक टीम का गठन किया गया है। अधिकारी ने बताया कि तिहाड़ जेल में तैनात तमिलनाडु विशेष बल बटालियन के कमांडेन्ट को भी इस घटना की अलग से विस्तृत जांच करने और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।
तिहाड़ जेल की रिपोर्ट के हवाले से अधिकारी ने घटना के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि एक कश्मीरी समेत तीन कैदी अनाधिकृत सामग्री के साथ पाए गए और जब तमिलनाडु विशेष बल के उपनिरीक्षक मुथु पांडी ने उन्हें हटाने का प्रयास किया तो कैदियों ने इसका विरोध किया और उन पर हमला कर दिया। दिव्यांग अधिकारी ने आरोप लगाया कि तीन कैदियों ने उन्हें पीटा। इसके बाद अन्य पुलिसकर्मियों ने हस्तक्षेप किया। इस दौरान हुई झड़प में 18 कैदी घायल हो गए।
इस घटना के बाद तमिलनाडु विशेष बल की टीम को जेल डयूटी से हटा दिया गया है। अधिकारी ने बताया कि जेल अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज समेत सबूत जमा करा दिए हैं। जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा को टेलीफोन करके तिहाड़ घटना के बारे में जानकारी ली थी। महबूबा ने तिहाड़ जेल में कश्मीरी कैदियों पर कथित हमले को लेकर सोशल मीडिया रिपोर्टों के बारे में गौबा से बात की थी और उनसे कैदियों की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने का आग्रह किया था।
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