Sunday, November 26, 2017

'वंदे मातरम कॉलेज' नाम पर बढ़ा विवाद

नई दिल्ली
दिल्ली यूनिवर्सिटी के 'वंदे मातरम कॉलेज' पर विवाद और बढ़ गया है। दयाल सिंह कॉलेज की गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन अमिताभ सिन्हा ने शिरोमणि अकाली दल को चेतावनी दी है कि झूठे डॉक्युमेंट्स के इस्तेमाल और डॉक्युमेंट्स के गलत इस्तेमाल कर हिंदू-सिख भाईचारा भावनाओं को भड़काने के मामले में वह उसके लीडर्स के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज कराएंगे।

शिरोमणि अकाली दल ने शनिवार को कहा था कि डीयू के दयाल सिंह ईवनिंग कॉलेज का नाम वंदे मातरम कॉलेज रखने का मामला वह संसद सत्र में में उठाएंगे। रविवार को अमिताभ ने कहा कि अकाली दल के लीडर्स के खिलाफ आईपीसी सेक्शन 466 और 474 के तहत केस दर्ज कराएंगे, जो कि गैरजमानती धाराएं हैं और इनमें 7 साल की जेल का प्रावधान है। अमिताभ का कहना है कि जिन डॉक्युमेंट्स की वे बात कर रहे हैं वे यूनिवर्सिटी रिकॉर्ड में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि डॉक्युमेंट्स को 28 नवंबर 5 बजे तक यूनिवर्सिटी प्रशासन में जमा कराया जाए, वरना हिंदू-सिख भावनाओं को भड़काने के मामले में वह क्रिमिनल केस फाइल कराएंगे।

अमिताभ का कहना है कि दयाल सिंह कॉलेज का नाम बदला नहीं गया है, बल्कि एक नए कॉलेज को नया नाम दिया गया है। दयाल सिंह कॉलेज (मॉर्निंग) अभी भी उसी नाम पर है और ईवनिंग से मॉर्निंग में बदले कॉलेज को नियम के अनुसार नया नाम दिया गया है। गुरुवार को अमिताभ सिन्हा ने राजौरी गार्डन से बीजेपी विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा की शिकायत करते हुए दिल्ली पुलिस कमिश्नर को लेटर दिया था कि उनसे उनकी जान को खतरा है।

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने शिरोमणि अकाली दल के प्रेजिडेंट सुखबीर सिंह बादल को चुनौती दी थी कि अगर कॉलेज का नाम वंदे मातरम रखना उन्हें गलत लगता है, तो वह एक हफ्ते के भीतर किसी प्लैटफॉर्म पर आकर इसे गलत सिद्ध करें। अगर उन्होंने ऐसा कर दिया तो मैं नाम रखने का फैसला वापस ले लूंगा और खुलेआम माफी भी मांग लूंगा। सिन्हा ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल कॉलेज का नाम बदलने को ऐंटी-सिख कदम बताना दुर्भाग्यपूर्ण है।

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