नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी (AAP) की स्थापना के 5 साल पूरे होने पर दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने रविवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से कुछ तीखे सवाल पूछे। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में माकन ने कहा कि आप के स्थापना दिवस को 'छलावा दिवस' के रूप में मनाया जाना चाहिए, क्योंकि वे लोग पहले दिन से ही छल-कपट करते आ रहे हैं।
माकन ने कहा कि कैबिनेट मिनिस्टर को दिए जाने वाले बंगले में अवैध तरीके से पार्टी अपना दफ्तर चला रही है। हम उनके नेताओं से हम पूछना चाहते हैं कि 5 साल पहले जिन सिद्धांतों की बात कहकर उन्होंने पार्टी बनाई थी और सरकार बनाते वक्त जनता से जो वादे किए थे, उनका क्या हुआ? माकन ने कहा कि केजरीवाल ने इंडिया अगेंस्ट करप्शन के आंदोलन के दौरान कहा था कि वे पार्टी नहीं बनाएंगे, मगर पार्टी बना ली। उन्होंने कहा कि दिल्ली में सरकार बनाने के लिए कभी बीजेपी और कांग्रेस से सपॉर्ट नहीं लेंगे, फिर भी कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई। उन्होंने कहा था कि हम सारे काम जनता से पूछ कर करेंगे, लेकिन पहले बजट के बाद जनता से किसी चीज पर राय नहीं ली गई। सरकारी गाड़ी, घर और सुरक्षा नहीं लेने का वादा भी झूठा साबित हुआ।
माकन ने कहा कि भ्रष्टाचार दूर करने के लिए एक महीने में लोकपाल बनाने का वादा किया था, लेकिन आज तक लोकपाल की नियुक्ति नहीं की गई। वे इस मामले में सिर्फ केंद्र को दोषी ठहराते रहे। जनलोकपाल बिल को पेश नहीं कर पाने की बात कहकर अरविंद केजरीवाल ने जनवरी 2014 में 49 दिन की सरकार से इस्तीफा दे दिया था। बाद में जब बहुमत की सरकार बनने के बाद विधानसभा में वह बिल लाया गया तो कई अहम प्रावधान हटा दिए गए। लोकपाल की नियुक्ति से लेकर उसे हटाने तक का अधिकार सीएम ने अपने पास रखा।
माकन ने कहा कि जनता अब इनके झूठ को समझ चुकी है और इसी वजह से अब दिल्ली के तमाम चुनावों में आप वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि यह वो पार्टी नहीं है, जो 5 साल पहले बनी थी। अरविंद केजरीवाल चुनाव से पहले कहते रहे कि अब वो दिल्ली छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे, लेकिन कई राज्यों में उनकी पार्टी चुनाव लड़ रही है।
आम आदमी पार्टी (AAP) की स्थापना के 5 साल पूरे होने पर दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने रविवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से कुछ तीखे सवाल पूछे। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में माकन ने कहा कि आप के स्थापना दिवस को 'छलावा दिवस' के रूप में मनाया जाना चाहिए, क्योंकि वे लोग पहले दिन से ही छल-कपट करते आ रहे हैं।
माकन ने कहा कि कैबिनेट मिनिस्टर को दिए जाने वाले बंगले में अवैध तरीके से पार्टी अपना दफ्तर चला रही है। हम उनके नेताओं से हम पूछना चाहते हैं कि 5 साल पहले जिन सिद्धांतों की बात कहकर उन्होंने पार्टी बनाई थी और सरकार बनाते वक्त जनता से जो वादे किए थे, उनका क्या हुआ? माकन ने कहा कि केजरीवाल ने इंडिया अगेंस्ट करप्शन के आंदोलन के दौरान कहा था कि वे पार्टी नहीं बनाएंगे, मगर पार्टी बना ली। उन्होंने कहा कि दिल्ली में सरकार बनाने के लिए कभी बीजेपी और कांग्रेस से सपॉर्ट नहीं लेंगे, फिर भी कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई। उन्होंने कहा था कि हम सारे काम जनता से पूछ कर करेंगे, लेकिन पहले बजट के बाद जनता से किसी चीज पर राय नहीं ली गई। सरकारी गाड़ी, घर और सुरक्षा नहीं लेने का वादा भी झूठा साबित हुआ।
माकन ने कहा कि भ्रष्टाचार दूर करने के लिए एक महीने में लोकपाल बनाने का वादा किया था, लेकिन आज तक लोकपाल की नियुक्ति नहीं की गई। वे इस मामले में सिर्फ केंद्र को दोषी ठहराते रहे। जनलोकपाल बिल को पेश नहीं कर पाने की बात कहकर अरविंद केजरीवाल ने जनवरी 2014 में 49 दिन की सरकार से इस्तीफा दे दिया था। बाद में जब बहुमत की सरकार बनने के बाद विधानसभा में वह बिल लाया गया तो कई अहम प्रावधान हटा दिए गए। लोकपाल की नियुक्ति से लेकर उसे हटाने तक का अधिकार सीएम ने अपने पास रखा।
माकन ने कहा कि जनता अब इनके झूठ को समझ चुकी है और इसी वजह से अब दिल्ली के तमाम चुनावों में आप वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि यह वो पार्टी नहीं है, जो 5 साल पहले बनी थी। अरविंद केजरीवाल चुनाव से पहले कहते रहे कि अब वो दिल्ली छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे, लेकिन कई राज्यों में उनकी पार्टी चुनाव लड़ रही है।
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