नई दिल्ली
डीडीए ने 2016 में रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों और बुजुर्गों के लिए जोरशोर से एक प्रॉजेक्ट शुरू किया था। इसके लिए तैयारियां की गईं, जगह फाइनल हुई। लेकिन अब इसे पेंडिंग प्रॉजेक्ट की लिस्ट में डाल दिया गया है। स्टूडियो अपार्टमेंट वाले इस प्रॉजेक्ट का प्लान खूब चर्चित हुआ। डीडीए के अधिकारियों के अनुसार इस प्रॉजेक्ट को आगे बढ़ाने की कोई संभावना नहीं है। यदि भविष्य में जरूरत हुई तो इस पर काम शुरू होगा।
करीब 1500 स्टूडियो अपार्टमेंट वाली यह योजना डीडीए ने रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों और सीनियर सिटिजन को ध्यान में रखकर बनाई थी। इसमें से कुछ अपार्टमेंट एक्स नेवी पर्सनल को भी अलॉट किए जाने थे। इसके लिए द्वारका सेक्टर-16 में 12 एकड़ की जगह का चयन भी कर लिया गया था। इस जगह में 550 स्क्वॉयर फिट में अपार्टमेंट्स बनने थे। यह प्रॉजेक्ट डीडीए और नेवी का जॉइंट वेंचर था। डीडीए के एक अधिकारी के अनुसार नेवी ने डीडीए से काफी समय पहले रिटायर्ड पर्सनल के लिए ओल्ड एज होम बनाने की जगह मांगी थी। जिसके बाद ही डीडीए ने इस प्रॉजेक्ट को तैयार किया था। इस प्रॉजेक्ट के अनुसार 1550 अपार्टमेंट चार साल के समय में तैयार किए जाने थे। इनमें से 200 के करीब अपार्टमेंट रिटायर्ड नेवी पर्सनल के लिए रिजर्व किए गए थे। अन्य बचे अपार्टमेंट सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट के रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए थे।
इन अपार्टमेंट्स में सीनियर सिटिजन की सुविधाओं के लिए मेट्रो कनेक्टिविटी, रीक्रिएशनल और हेल्थकेयर सुविधा, नर्सिंग, एंबुलेंस आदि की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जानी थीं। इसके अलावा इनके बाथरूम और टॉयलेट में एंटी स्किड फ्लोरिंग, हैंड रेल्स, रैंप आदि बनाए जाने थे। इस प्रॉजेक्ट की कुल लागत 462 करोड़ थी जिसमें 180 करोड़ जमीन और 282 करोड़ कंस्ट्रक्शन के लिए खर्च किए जाने थे। डीडीए द्वारका जोन के चीफ इंजिनियर एसएन सिंह ने बताया कि फिलहाल यह प्रॉजेक्ट रोक दिया गया है।
डीडीए ने 2016 में रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों और बुजुर्गों के लिए जोरशोर से एक प्रॉजेक्ट शुरू किया था। इसके लिए तैयारियां की गईं, जगह फाइनल हुई। लेकिन अब इसे पेंडिंग प्रॉजेक्ट की लिस्ट में डाल दिया गया है। स्टूडियो अपार्टमेंट वाले इस प्रॉजेक्ट का प्लान खूब चर्चित हुआ। डीडीए के अधिकारियों के अनुसार इस प्रॉजेक्ट को आगे बढ़ाने की कोई संभावना नहीं है। यदि भविष्य में जरूरत हुई तो इस पर काम शुरू होगा।
करीब 1500 स्टूडियो अपार्टमेंट वाली यह योजना डीडीए ने रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों और सीनियर सिटिजन को ध्यान में रखकर बनाई थी। इसमें से कुछ अपार्टमेंट एक्स नेवी पर्सनल को भी अलॉट किए जाने थे। इसके लिए द्वारका सेक्टर-16 में 12 एकड़ की जगह का चयन भी कर लिया गया था। इस जगह में 550 स्क्वॉयर फिट में अपार्टमेंट्स बनने थे। यह प्रॉजेक्ट डीडीए और नेवी का जॉइंट वेंचर था। डीडीए के एक अधिकारी के अनुसार नेवी ने डीडीए से काफी समय पहले रिटायर्ड पर्सनल के लिए ओल्ड एज होम बनाने की जगह मांगी थी। जिसके बाद ही डीडीए ने इस प्रॉजेक्ट को तैयार किया था। इस प्रॉजेक्ट के अनुसार 1550 अपार्टमेंट चार साल के समय में तैयार किए जाने थे। इनमें से 200 के करीब अपार्टमेंट रिटायर्ड नेवी पर्सनल के लिए रिजर्व किए गए थे। अन्य बचे अपार्टमेंट सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट के रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए थे।
इन अपार्टमेंट्स में सीनियर सिटिजन की सुविधाओं के लिए मेट्रो कनेक्टिविटी, रीक्रिएशनल और हेल्थकेयर सुविधा, नर्सिंग, एंबुलेंस आदि की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जानी थीं। इसके अलावा इनके बाथरूम और टॉयलेट में एंटी स्किड फ्लोरिंग, हैंड रेल्स, रैंप आदि बनाए जाने थे। इस प्रॉजेक्ट की कुल लागत 462 करोड़ थी जिसमें 180 करोड़ जमीन और 282 करोड़ कंस्ट्रक्शन के लिए खर्च किए जाने थे। डीडीए द्वारका जोन के चीफ इंजिनियर एसएन सिंह ने बताया कि फिलहाल यह प्रॉजेक्ट रोक दिया गया है।
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