पुरानी दिल्ली के सौंदर्यीकरण व रखरखाव में जुटी सरकारी एजेंसी शाहजहानाबाद रिडिवेलपमेंट कॉरपोरेशन (एसआरडीसी) ने नॉर्थ एमसीडी व दिल्ली पुलिस को आगाह किया है कि वे इलाके में अतिक्रमण को हटाने के लिए गंभीरता दिखाएं। अगर ऐसा नहीं किया गया तो उनकी शिकायत कोर्ट में कर दी जाएगी। माना जा रहा है कि इलाके में अतिक्रमण के खिलाफ जल्द ऐक्शन शुरू कर दिया जाए।
पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक के अलावा लाल किला बस स्टैंड, नेताजी सुभाष मार्ग, लाल मंदिर कॉर्नर व फुटपाथ के अलावा फव्वारा चौक व आसपास अतिक्रमण के चलते इन इलाकों का बुरा हाल है। इन इलाकों में रेहड़ी-पटरी वालों ने सड़क व फुटपाथ पर कब्जा कर रखा है, जिस कारण वहां लोगों को आने-जाने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। रेहड़ी-पटरी वालों के इस अतिक्रमण के चलते नेताजी सुभाष मार्ग पर तो ट्रैफिक जाम के हालात बने रहते हैं। आरोप है कि एमसीडी व पुलिस की मिलीभगत से इलाके में अवैध रेहड़ी-पटरी का धंधा बेखौफ चल रहा है। इलाके के दुकानदार अगर विरोध करते भी हैं, तो उनकी कोई सुनवाई नहीं होती है।
दिल्ली सरकार ने शाहजहानाबाद रिडिवेलपमेंट कॉरपोरेशन (एसआरडीसी) को पुरानी दिल्ली के सौंदर्यीकरण को लेकर नोडल एजेंसी नियुक्त किया है। इलाके में अतिक्रमण व अन्य समस्याओं को लेकर हाई कोर्ट में लगातार सुनवाई चल रही है। इस मसले पर पिछले दिनों कोर्ट ने एसआरडीसी से तीखे सवाल-जबाव पूछे थे और अतिक्रमण हटाने के लिए सख्ती बरतने का आदेश दिया था।
सूत्र बताते हैं कि अतिक्रमण हटाने के लिए एसआरडीसी ने हाल ही में नॉर्थ एमसीडी के सिटी जोन के डेप्युटी कमिश्नर व इलाके के डीसीपी को पत्र लिखा है और आगाह किया है कि दोनों मिलकर उपरोक्त इलाकों से अतिक्रमण हटाए ताकि फुटपाथ व सड़कों पर लोगों व वाहनों को चलने में किसी तरह की परेशानी न हो। उन्हें यह भी कहा गया है कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो कोर्ट की आगामी सुनवाई में उनके खिलाफ शिकायत की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, एमसीडी वहां जल्द ही 'अतिक्रमण हटाओ अभियान' शुरू करने वाली है।
पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक के अलावा लाल किला बस स्टैंड, नेताजी सुभाष मार्ग, लाल मंदिर कॉर्नर व फुटपाथ के अलावा फव्वारा चौक व आसपास अतिक्रमण के चलते इन इलाकों का बुरा हाल है। इन इलाकों में रेहड़ी-पटरी वालों ने सड़क व फुटपाथ पर कब्जा कर रखा है, जिस कारण वहां लोगों को आने-जाने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। रेहड़ी-पटरी वालों के इस अतिक्रमण के चलते नेताजी सुभाष मार्ग पर तो ट्रैफिक जाम के हालात बने रहते हैं। आरोप है कि एमसीडी व पुलिस की मिलीभगत से इलाके में अवैध रेहड़ी-पटरी का धंधा बेखौफ चल रहा है। इलाके के दुकानदार अगर विरोध करते भी हैं, तो उनकी कोई सुनवाई नहीं होती है।
दिल्ली सरकार ने शाहजहानाबाद रिडिवेलपमेंट कॉरपोरेशन (एसआरडीसी) को पुरानी दिल्ली के सौंदर्यीकरण को लेकर नोडल एजेंसी नियुक्त किया है। इलाके में अतिक्रमण व अन्य समस्याओं को लेकर हाई कोर्ट में लगातार सुनवाई चल रही है। इस मसले पर पिछले दिनों कोर्ट ने एसआरडीसी से तीखे सवाल-जबाव पूछे थे और अतिक्रमण हटाने के लिए सख्ती बरतने का आदेश दिया था।
सूत्र बताते हैं कि अतिक्रमण हटाने के लिए एसआरडीसी ने हाल ही में नॉर्थ एमसीडी के सिटी जोन के डेप्युटी कमिश्नर व इलाके के डीसीपी को पत्र लिखा है और आगाह किया है कि दोनों मिलकर उपरोक्त इलाकों से अतिक्रमण हटाए ताकि फुटपाथ व सड़कों पर लोगों व वाहनों को चलने में किसी तरह की परेशानी न हो। उन्हें यह भी कहा गया है कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो कोर्ट की आगामी सुनवाई में उनके खिलाफ शिकायत की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, एमसीडी वहां जल्द ही 'अतिक्रमण हटाओ अभियान' शुरू करने वाली है।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Read more: 'अतिक्रमण हटाओ, वरना कोर्ट में होगी शिकायत'