Tuesday, August 8, 2017

अब बिलों में हेराफेरी करना होगा मुश्किल

नई दिल्ली
साउथ एमसीडी के 104 वॉर्डों में कूड़ा ढोने वाली गाड़ियों के मूवमेंट अब पर हर समय नजर रखी जाएगी। इसके लिए इन गाड़ियों में जीपीएस लगाया गया है। गाड़ियों की मूवमेंट देखने के लिए एमसीडी कमिश्नर ऑफिस और सभी जोन के डिप्टी कमिश्नर ऑफिस में एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी। यह आदेश एमसीडी कमिश्नर डॉ़ पुनीत गोयल ने दिया है।

गाड़ियों के बिलों में भारी अनियमितता : एमसीडी के एक सीनियर अफसर के अनुसार किसी ने शिकायत की थी कि साउथ एमसीडी के सेंट्रल, सिटी, नजफगढ़ और साउथ जोन में कूड़ा ढोने के लिए जिस कॉन्ट्रैक्टर को कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है, उसकी जूनियर इंजीनियरों, असिस्टेंट इंजीनियरों की मिलीभगत है। शिकायत यह भी है कि कॉन्ट्रैक्टर से मिलीभगत कर इंजीनियर्स गाड़ियों के फेरे में अनियमितता करते हैं। गाड़ियां चार चक्कर लगाती हैं, तो इंजीनियर इसका बिल 6 या 8 चक्कर लगाने का बनाते हैं, ताकि बिल अधिक बने। लंबे समय से इस तरह की अनियमितता जारी है।

सभी जोनल ऑफिस में एलईडी स्क्रीन लगाने का आदेश : इस संबंध में 2 अगस्त को एमसीडी कमिश्नर डॉ. पुनीत गोयल ने सभी विभागों के अफसरों की साप्ताहिक मीटिंग बुलाई थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि कूड़ा ढोने वाली जितनी भी गाड़ियां हैं, उन सभी गाड़ियों में जीपीएस लगाना सुनिश्चित किया जाए। जिन गाड़ियों में अभी तक जीपीएस नहीं लगाए गए हैं, उन गाड़ियों में तुरंत जीपीएस लगाया जाए। जीपीएस की मदद से इन गाड़ियों के मूवमेंट को ट्रैक करने के लिए सभी चारों जोन के डिप्टी कमिश्नर ऑफिस में एलईडी स्क्रीन भी लगाया जाए, ताकि कभी भी अफसर गाड़ियों के मूवमेंट को ट्रैक कर सकें और इंजिनियर बिलों में किसी भी तरह का हेराफेरी न कर सकें। डिप्टी कमिश्नर ऑफिस के अलावा एमसीडी कमिश्नर ऑफिस में भी गाड़ियों के मूवमेंट ट्रैक करने के लिए एलईडी स्क्रीन लगाया जाएगा।

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