Friday, May 5, 2017

जॉब दिलाने का झांसा दे लाखों की ठगी, अरेस्ट

नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने देश भर के बेरोजगार युवकों को नौकरी लगवाने का लालच देकर उनसे लाखों रुपये की ठगी करने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया है। आरोपियों की पहचान अभिमन्यु सिंह (24 साल), ओम वासुदेव शर्मा (24 साल) और रवि कश्यप (24 साल) के रूप में हुई। इन्होंने बेरोजगार युवकों को कॉल करने के लिए लक्ष्मी नगर में कॉल सेंटर बनाया हुआ था। यहीं से युवकों को अलग-अलग तरह से अकाउंट में पैसे जमा कराने के लिए कहा जाता था।

डीसीपी रामगोपाल नाइक ने बताया कि भुवनेश्वर की रहने वाली लड़की एम.कॉम. फाइनल ईयर की स्टूडेंट हैं। उन्होंने जॉब के लिए मूनस्टार डॉट कॉम में अपनी सीवी डाली थी। 18 फरवरी 2017 को उनके पास एक कॉल आई। एक ऑनलाइन साइट पर उन्हें जॉब के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कहा गया। रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर सबसे पहले उन्हें 2300 रुपये साइट के अकाउंट में जमा कराने के लिए कहा गया। इसके लिए उन्हें लक्ष्मी नगर स्थित एसबीआई ब्रांच का अकाउंट नंबर दिया गया।

उन्होंने यह रकम जमा करा दी। कुछ समय बाद इंटरव्यू फीस के रूप में 6500 रुपये दोबारा उसी अकाउंट में जमा कराने के लिए कहा गया। पीड़ित स्टूडेंट को कुछ शक हुआ। उन्होंने न केवल यह रकम जमा कराने से इनकार कर दिया, बल्कि अपना रजिस्ट्रेशन कैंसल कराने के लिए भी कह दिया। उन्होंने अपनी रजिस्ट्रेशन फीस भी वापस मांगी। उन्हें दो महीने बाद रजिस्ट्रेशन फीस लौटाने के लिए कहा गया। उन्होंने इसकी लिखित शिकायत कर दी। क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी।

पूरे रैकेट का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस की एक टीम बनाई गई। पुलिस टीम को पता चला कि पीड़ितों से लक्ष्मी नगर स्थित एसबीआई बैंक के अकाउंट में पैसे जमा कराए गए। पुलिस टीम ने अकांउट खोलने के लिए बैंक में जमा कराए गए दस्तावेज की जांच की तो वे सभी जाली मिले। आरोपियों ने मात्र चार महीने के भीतर 30 लाख रुपये की ठगी कर ली थी। पुलिस ने एक सूचना के आधार पर लक्ष्मी नगर इलाके में दबिश देकर कॉल सेंटर से तीनों आरोपियों को धर दबोचा। पूछताछ में गैंग के मास्टरमाइंड अभिमन्यु ने खुलासा किया कि उन्होंने मूनस्टार डॉट कॉम से बेरोजगार युवकों का डेटा खरीदा था। इसके बाद उन्हें कॉल सेंटर से कॉल कर अलग-अलग प्रोसेस के नाम पर पैसे जमा कराने के लिए कहा।

वह 2014 से ठगी का यह धंधा कर रहा है। नोएडा सेक्टर 3 में भी उसने इसी तरह से 40 लाख की ठगी की थी। पीएनबी बैंक ने उनका अकाउंट फ्रीज कर दिया था। तब इन्होंने दिसंबर 2016 में दूसरे नाम से एसबीआई में अकाउंट खुलवाया था। पुलिस ने कॉल सेंटर से 6 मोबाइल फोन, दो डेस्कटॉप, दो लैपटॉप, 25 क्रेडिट और डेबिट कार्ड के अलावा 7 पैन कार्ड भी बरामद किए। पुलिस अफसरों ने बताया कि गैंग का मास्टरमाइंड अभिमन्यु कॉमर्स ग्रैजुएट है, जबकि ओम वासुदेव शर्मा ने साल 2010 में आगरा से बीसीए की डिग्री ली। इस समय वह दिल्ली से एमसीए कर रहा है। तीसरा आरोपी 12वीं पास है।

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