नई दिल्ली
पिछले कुछ सालों से राजधानी में महामारी के तौर फैल रही डेंगी और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए एनजीटी ने सभी विभागों को अभी से कमर कस लेने के लिए कहा है। ट्राइब्यूनल ने विभागों से कहा है कि वे अपने अधीन इलाकों में मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने के लिए हर जरूरी कदम उठाएं।
एनजीटी अध्यक्ष जस्टिस स्वतंत्र कुमार की अगुवाई वाली बेंच ने विभिन्न इलाकों की जांच से जुड़ी लोकल कमिश्नर्स की रिपोर्ट देखने के बाद निर्देश जारी किए। ट्राइब्यूनल के निर्देश पर पूरी दिल्ली की जांच पर निकले 12 लोकल कमिश्नर्स ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट पेश की। इनमें संयुक्त रूप से कहा गया है कि नॉर्थ एमसीडी और साउथ एमसीडी में तमाम ऐसे इलाके पाए गए जहां बड़े पैमाने पर कचरा जमा हुआ था। कई जगहों पर नालों की सफाई न होने और जमा पानी से मच्छरों की ब्रीडिंग बढ़ने की आशंका जताई गई। मामले में याचिकाकर्ता महेंद्र पांडे के वकील गौरव कुमार बंसल ने बताया कि एनजीटी ने एलसी की रिपोर्ट्स को गंभीरता से लेते हुए कुछ अहम निर्देश जारी किए हैं, जिनमें जनकपुरी इलाके में बने डीडीए फ्लैट्स पर बनी छतों की जांच फायर ब्रिगेड से करवाने और ब्रीडिंग मिलने पर उसे रोकने का निर्देश शामिल हैं। इसके अलावा दिल्ली छावनी बोर्ड के तहत तालाब के आसपास सफाई कराने और मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने के लिए तुरंत कदम उठाने के लिए कहा है। बेंच ने हरियाणा भवन जैसे इलाके में मच्छरों की ब्रीडिंग पर हैरानी जताई और इसकी रोकथाम के लिए रेजिडेंट कमिश्नर को निर्देश जारी किए हैं।
रिपोर्ट में कल्याणपुरी पुलिस थाने और केशोपुर जैसे डीटीसी बस डिपो में भी मच्छरों की ब्रीडिंग पाई जाने की बात कही गई है। एक रिपोर्ट में यमुना के किनारे जमा पानी में बड़े पैमाने पर मच्छरों की ब्रीडिंग की बात कही गई, जिस पर बेंच ने डीडीए, दिल्ली के सिंचाई और बाढ़ विभाग को निर्देश दिया कि वे देखें कि इसे किस तरह रोका जा सकता है।
ईस्ट दिल्ली से जुड़ी रिपोर्ट में अक्षरधाम मंदिर पर आरोप लगाया गया कि मंदिर प्रशासन ने जांच के लिए गई टीम को सहयोग करने से मना करते हुए मंदिर परिसर की जांच नहीं करने दी। इसके मुताबिक, अक्षरधाम मंदिर में कई जगहों पर सिरेमिक वर्क चल रहा था जिन पर पानी जमा पाया गया। वहां वर्कर्स के रुम्स में रखे कूलर्स और फव्वारों में भी ब्रीडिंग की आशंका जताई गई।
पिछले कुछ सालों से राजधानी में महामारी के तौर फैल रही डेंगी और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए एनजीटी ने सभी विभागों को अभी से कमर कस लेने के लिए कहा है। ट्राइब्यूनल ने विभागों से कहा है कि वे अपने अधीन इलाकों में मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने के लिए हर जरूरी कदम उठाएं।
एनजीटी अध्यक्ष जस्टिस स्वतंत्र कुमार की अगुवाई वाली बेंच ने विभिन्न इलाकों की जांच से जुड़ी लोकल कमिश्नर्स की रिपोर्ट देखने के बाद निर्देश जारी किए। ट्राइब्यूनल के निर्देश पर पूरी दिल्ली की जांच पर निकले 12 लोकल कमिश्नर्स ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट पेश की। इनमें संयुक्त रूप से कहा गया है कि नॉर्थ एमसीडी और साउथ एमसीडी में तमाम ऐसे इलाके पाए गए जहां बड़े पैमाने पर कचरा जमा हुआ था। कई जगहों पर नालों की सफाई न होने और जमा पानी से मच्छरों की ब्रीडिंग बढ़ने की आशंका जताई गई। मामले में याचिकाकर्ता महेंद्र पांडे के वकील गौरव कुमार बंसल ने बताया कि एनजीटी ने एलसी की रिपोर्ट्स को गंभीरता से लेते हुए कुछ अहम निर्देश जारी किए हैं, जिनमें जनकपुरी इलाके में बने डीडीए फ्लैट्स पर बनी छतों की जांच फायर ब्रिगेड से करवाने और ब्रीडिंग मिलने पर उसे रोकने का निर्देश शामिल हैं। इसके अलावा दिल्ली छावनी बोर्ड के तहत तालाब के आसपास सफाई कराने और मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने के लिए तुरंत कदम उठाने के लिए कहा है। बेंच ने हरियाणा भवन जैसे इलाके में मच्छरों की ब्रीडिंग पर हैरानी जताई और इसकी रोकथाम के लिए रेजिडेंट कमिश्नर को निर्देश जारी किए हैं।
रिपोर्ट में कल्याणपुरी पुलिस थाने और केशोपुर जैसे डीटीसी बस डिपो में भी मच्छरों की ब्रीडिंग पाई जाने की बात कही गई है। एक रिपोर्ट में यमुना के किनारे जमा पानी में बड़े पैमाने पर मच्छरों की ब्रीडिंग की बात कही गई, जिस पर बेंच ने डीडीए, दिल्ली के सिंचाई और बाढ़ विभाग को निर्देश दिया कि वे देखें कि इसे किस तरह रोका जा सकता है।
ईस्ट दिल्ली से जुड़ी रिपोर्ट में अक्षरधाम मंदिर पर आरोप लगाया गया कि मंदिर प्रशासन ने जांच के लिए गई टीम को सहयोग करने से मना करते हुए मंदिर परिसर की जांच नहीं करने दी। इसके मुताबिक, अक्षरधाम मंदिर में कई जगहों पर सिरेमिक वर्क चल रहा था जिन पर पानी जमा पाया गया। वहां वर्कर्स के रुम्स में रखे कूलर्स और फव्वारों में भी ब्रीडिंग की आशंका जताई गई।
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