Monday, April 3, 2017

संगठन के लोगों को टिकट से बीजेपी में नाराजगी

नई दिल्ली
बीजेपी ने अपने ही नियमों को ताक पर रखकर प्रदेश संगठन के करीब 25 फीसदी पदाधिकारियों को एमसीडी चुनाव में टिकट दे दिया है। इस बात को लेकर जहां कार्यकर्ताओं में नाराजगी है वहीं माना जा रहा है कि इससे संगठन के काम काज पर भी असर पड़ेगा। यही कारण है कि टिकट बंटवारे में गड़बड़ी के आरोप लगाकर बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश बीजेपी ऑफिस में प्रदर्शन किया।

दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी और संगठन मंत्री लगातार दावा करते आ रहे थे कि अगर संगठन के किसी भी पदाधिकारी को टिकट दिया जाएगा तो उसे संगठन में अपने पद से इस्तीफा देना होगा। लोग यह भी सवाल खड़े कर रहे हैं कि जब मौजूदा कांउसलरों के मामले में नियम को सख्त रखा गया तो फिर पदाधिकारियों के मामले में क्यों नहीं नियम को सख्त रखा गया।

दिल्ली बीजेपी में स्टेट लेवल पर करीब 41 पदाधिकारी सदस्य हैं। संगठन के 3 उपाध्यक्ष, जय प्रकाश, कंवलजीत सेहरावत और शिखा राय को टिकट दिया गया है। इसी तरह प्रदेश मंत्री राजेश लवाडिया और प्रीति अग्रवाल को भी टिकट दिया गया है। प्रदेश महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष पूनम पाराशर झा, पूर्वांचल मोर्चा के अध्यक्ष विपिन बिहारी सिंह को टिकट मिला। इसके अलावा प्रदेश पदाधिकारी कुलवंत सिंह भाट और गजेंद्र यादव की पत्नी को पार्टी ने टिकट दिया है। जिला स्तर पर भी ऐसा ही किया गया है। शाहदरा जिला के अध्यक्ष संतोष पाल, नवीन शाहदरा जिला अध्यक्ष प्रवेश शर्मा, बाहरी दिल्ली के जिला अध्यक्ष विनय रावत को भी टिकट दिया गया है।

मयूर विहार जिला के अध्यक्ष ललित जोशी की पत्नी को टिकट दिया गया है। बीजेपी के ही लोग यह भी सवाल खड़ा कर रहे हैं कि जिन तिलक राज कटारियों को पूरी दिल्ली के बूथ प्रबंधन का इंचार्ज बनाया था वे भी चुनाव मैदान में किस्मत आजमाने उतर गए हैं। बीजेपी चुनाव प्रबंधन समिति ने कॉल सेंटर चलाने की जिम्मेदारी एन सूर्यन को दी थी वे भी चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी के लोग यह भी सवाल खड़े कर रहे हैं कि जब संगठन के पदाधिकारी ही चुनाव लड़ेंगे तो संगठन कैसे चलेगा।

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