Tuesday, April 4, 2017

सॉफ्टवेयर की मदद से चुराते थे लग्ज़री गाड़ियां

नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो लैपटॉप और सॉफ्टवेयर टेक्नॉलजी से लैस है। यह गिरोह अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर्स की मदद से लग्जरी कारों में लगे एंटी थेफ्ट सिस्टम को मिनटों में मात देकर लग्जरी गाड़ियों को लेकर फरार हो जाता था।

इनके पास से लैपटॉप में मौजूद सॉफ्टवेयर और प्रोग्रामिंग की मदद से चोरी की गई 12 लग्जरी गाड़ियां बरामद की गई हैं। पुलिस ने टेक्नॉलजी के माहिर 4 चोरों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के सदस्य ऑन डिमांड गाड़ियां चुराते थे और कुछ ही पलों में ये दिल्ली से यूपी पहुंच जाते थे। वहां अलग-अलग इलाकों में अपने रिसीवर की मदद से गाड़ियों को ठिकाने लगवा देते थे।

डीसीपी रोमिल बानिया के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान गाजियाबाद निवासी आमिर उर्फ अमन, नंद नगरी निवासी सफरुद्दीन उर्फ सफर, बदरपुर निवासी सगीर और अलीगढ़ निवासी शोएब खान के रूप में हुई है। एसीपी के. पी. सिंह की मॉनिटरिंग में इंस्पेक्टर राजेंद्र कुमार, एएसआई श्यामवीर और उनकी टीम ने सभी आरोपियों को ट्रैप लगाकर पकड़ा है।

पकड़े गए सभी आरोपी नॉर्थ इंडिया के सबसे बड़े गाड़ियां चुराने वाले गैंगस्टर साकिर उर्फ साठा गैंग के ऐक्टिव मेंबर हैं। कार जिस जगह से चुरानी होती थी वहां की रेकी करने के बाद मोबाइल से पिक्चर्स और लोकेशन लेकर आपस में वॉट्सऐप पर शेयर कर लेते थे। आरोपियों में एक शख्स मोटर शोरूम कंपनी में मकैनिक रह चुका है। उसे कारों के लॉक खोलने और अंदर की मशीनरी की पूरी जानकारी है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इनकी निशानदेही पर गाड़ी चुराने में इस्तेमाल किए गए उपकरण बरामद किए गए हैं।

इनके पास से जीपीएस को ट्रेस करने वाला सॉफ्टेवयर, कटर, पेचकस, मास्टर चाबी समेत कई दूसरी चीजें भी बरामद की गई हैं। अब तक 40 से अधिक लग्जरी गाड़ियों की चोरी का अनुमान है। कुछ दिनों पहले ही दिल्ली के सुखदेव विहार में घर के नीचे खड़ी लग्जरी गाड़ी को इन आरोपियों ने चंद मिनट में पार कर दिया था।

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