Thursday, March 30, 2017

कई MLA कांग्रेस से संपर्क में, फिर टूटेगी AAP! 

अनुभूति विश्नोई/आंचल बंसल, नई दिल्ली
एमसीडी चुनाव से ठीक पहले अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली आम आदमी पार्टी में भयंकर अंदरूनी लड़ाई छिड़ी हुई है। कइयों का मानना है कि इस लड़ाई की वजह से पार्टी में विभाजन हो सकता है। बवाना से पार्टी के विधायक रहे वेदप्रकाश के बीजेपी में शामिल होने के बाद माना जा रहा है कि आप के 4 और विधायकों की कांग्रेस पार्टी के साथ बातचीत चल रही है। बता दें कि आम आदमी पार्टी पंजाब और गोवा चुनावों में हार का सामना करना चुकी है।

सूत्रों ने बताया कि इस बात को लेकर भी अटकलों का बाजार गर्म है कि आप के 30 अन्य विधायक पाला बदल सकते हैं। खबर मिली है कि आप के कम से कम 4 विधायकों ने हाल में कांग्रेस के सीनियर नेताओं के साथ बैठक की है। इन विधायकों ने कांग्रेस पार्टी में शामिल होने को लेकर ये बैठकें की हैं। खबर है कि इन विधायकों ने 31 अन्य विधायकों के समर्थन का भी आश्वासन दिया है।

इस मसले पर कांग्रेस के भीतर चर्चा चल रही है। हालांकि, पार्टी की दिल्ली इकाई ने इस कदम पर कुछ आपत्तियां पेश की हैं। इस मामले में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष अजय माकन और दिल्ली के प्रभारी और पार्टी महासचिव ने ईटी के सवालों के जवाब नहीं दिए। इस बारे में पूछे जाने पर आप नेताओं ने भी किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

दिल्ली में आप के 67 विधायक चुनकर आए थे। इनमें कई बागी हो चुके हैं। ऐसे विधायकों में देवेंदर सहरावत, पंकज पुष्कर, पूर्व मंत्री संदीप कुमार और असीम अहमद खान शामिल हैं। कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों का दावा है कि इनमें से कुछ विधायक उनके साथ बातचीत कर रहे हैं। तमाम कोशिशों के बावजूद इन बागी विधायकों की टिप्पणी हासिल नहीं की जा सकी।

हालांकि, इस बारे में पूछे जाने पर सीलमपुर के विधायक इशराक अहमद खान ने माना कि उन्होंने कांग्रेस के कुछ नेताओं से मुलाकात की थी। उनका कहना था कि इसकी वजह निजी थी। उन्होंने बताया, 'मैं अभी आप के साथ हूं और किसी अन्य पार्टी में शामिल नहीं हो रहा हूं।’ तिमारपुर के विधायक पुष्कर ने पार्टी नहीं छोड़ी है, लेकिन खुलेआम योगेंद्र यादव की पार्टी स्वराज अभियान के लिए प्रचार कर रहे हैं। स्वराज अभियान एमसीडी चुनाव लड़ रही है। सहरावत का पार्टी चीफ अरविंद केजरीवाल से टकराव चल रहा है। पिछले साल उन्हें पार्टी की प्राथमिकता सदस्यता से भी निलंबित कर दिया गया था। संदीप कुमार दिल्ली में सामाजिक कल्याण मंत्री थे और उनके खिलाफ सेक्स टेप का मामला सामने आने के बाद उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था। इसके अलावा, पार्टी से भी सस्पेंड कर दिया गया था।

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