नई दिल्ली
दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में पुलिसकर्मियों द्वारा महिलाओं पर कथित हमले की जांच के आदेश दिए हैं और दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है। रामजस कॉलेज में बुधवार को आईएसा और एबीवीपी के समर्थकों के बीच काफी हिंसा भड़क गई थी। 'विरोध की संस्कृति' विषय पर आयोजित सेमिनार में जेएनयू के छात्र उमर खालिद और शेहला राशिद को आमंत्रित करने को लेकर छात्रों के बीच झड़प हुई थी।
सेंट्रल रेंज संयुक्त पुलिस आयुक्त को जारी नोटिस में कहा गया है। डीसीडब्ल्यू की तरफ से जारी नोटिस में कहा गया है, 'हमारा मानना है कि पुलिसकर्मियों द्वारा ये हमले छेड़छाड़ हैं और इन्हें कड़ा दंड देने की जरूरत है। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों द्वारा महिला प्रदर्शनकारियों की पिटाई और दुर्व्यवहार की पूरी दिल्ली और भारत में चर्चा है और इसने दिल्ली पुलिस की छवि को नुकसान पहुंचाया है। यह रक्षकों के हमलावर बनने का अद्भुत मामला है।'
इसने कहा, 'आयोग अखबार की खबरों को पढ़कर अचंभित है जिसमें दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि उसे नहीं मालूम कि प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के आदेश किसने दिए। इस तरह के बयान पुलिस के राजनीतिकरण पर संदेह उठाते हैं और मामले की जल्द जांच की जरूरत है।' नोटिस में डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा कि इसी तरह छात्राओं से पिछले वर्ष पुलिसकर्मियों ने तब दुर्व्यवहार किया था जब वे जेएनयू के लापता छात्र नजीब अहमद के मामले में प्रदर्शन कर रही थीं।
दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में पुलिसकर्मियों द्वारा महिलाओं पर कथित हमले की जांच के आदेश दिए हैं और दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है। रामजस कॉलेज में बुधवार को आईएसा और एबीवीपी के समर्थकों के बीच काफी हिंसा भड़क गई थी। 'विरोध की संस्कृति' विषय पर आयोजित सेमिनार में जेएनयू के छात्र उमर खालिद और शेहला राशिद को आमंत्रित करने को लेकर छात्रों के बीच झड़प हुई थी।
सेंट्रल रेंज संयुक्त पुलिस आयुक्त को जारी नोटिस में कहा गया है। डीसीडब्ल्यू की तरफ से जारी नोटिस में कहा गया है, 'हमारा मानना है कि पुलिसकर्मियों द्वारा ये हमले छेड़छाड़ हैं और इन्हें कड़ा दंड देने की जरूरत है। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों द्वारा महिला प्रदर्शनकारियों की पिटाई और दुर्व्यवहार की पूरी दिल्ली और भारत में चर्चा है और इसने दिल्ली पुलिस की छवि को नुकसान पहुंचाया है। यह रक्षकों के हमलावर बनने का अद्भुत मामला है।'
इसने कहा, 'आयोग अखबार की खबरों को पढ़कर अचंभित है जिसमें दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि उसे नहीं मालूम कि प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के आदेश किसने दिए। इस तरह के बयान पुलिस के राजनीतिकरण पर संदेह उठाते हैं और मामले की जल्द जांच की जरूरत है।' नोटिस में डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा कि इसी तरह छात्राओं से पिछले वर्ष पुलिसकर्मियों ने तब दुर्व्यवहार किया था जब वे जेएनयू के लापता छात्र नजीब अहमद के मामले में प्रदर्शन कर रही थीं।
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Read more: DCW ने पुलिस को जारी किया नोटिस