नई दिल्ली
जेएनयू स्टूडेंट्स ने एक बार फिर नजीब अहमद मामले पर प्रोटेस्ट किया, जिसमें नजीब की मां फातिमा नफीस भी पहुंचीं। उन्होंने कहा, साढ़े तीन महीने बाद गुजर गए मगर मेरे बच्चे की कोई खबर नहीं मिली। पुलिस रोज-रोज नई कहानी बताती हैं और नई तस्वीर दिखाती है। पुलिस ने कुछ किया ही नहीं। उन्होंने जेएनयू स्टूडेंट्स से हमेशा साथ देने की अपील करते हुए कहा, मैं इसी उम्मीद से जी रही हूं कि वह एक दिन आपकी ताकत की बदौलत वापस आएगा।
नजीब के अलावा स्टूडेंट्स ने एमफिल/पीएचडी यूनियन मसले पर भी ऐडमिन ब्लॉक के आगे प्रदर्शन किया। स्टूडेंट्स ने मांग की कि ऐडमिशन में 100% इंटरव्यू वेटेज की पॉलिसी को रद्द किया जाए। इस मुद्दे पर मंगलवार रात स्टूडेंट्स की जनरल बॉडी मीटिंग भी है। उधर, जेएनयू ऐडमिनिस्ट्रेशन ने स्टूडेंट्स को साफ किया है कि एमफिल/पीएचडी को लेकर नई ऐडमिशन पॉलिसी पर वह स्टूडेंट्स के दिक्कत का ख्याल रखेगी और इसे यूजीसी तक भी ले जाएगी।
प्रशासन का कहना है कि एमफिल/पीएचडी मामले में तीन दिन से भूख हड़ताल पर बैठे स्टूडेंट और उसके साथियों के बीच भी यह बात रखी थी और उसे भूख हड़ताल खत्म करने की सलाह दी। सोमवार को जब स्टूडेंट ने भूख हड़ताल नहीं तोड़ी, तो वीसी ने एक बार फिर से स्टूडेंट्स को बात करने के लिए बुलाया। प्रशासन का कहना है कि स्टूडेंट को हालत को देखते हुए जेएनयू सीएमओ की सलाह पर उसे हॉस्पिटल भेजा गया। पीएचडी स्टूडेंट दिलीप यादव की भूख हड़ताल सोमवार रात खत्म हो गई, उन्हें पुलिस रात को एम्स ले गई।
जेएनयू स्टूडेंट्स ने एक बार फिर नजीब अहमद मामले पर प्रोटेस्ट किया, जिसमें नजीब की मां फातिमा नफीस भी पहुंचीं। उन्होंने कहा, साढ़े तीन महीने बाद गुजर गए मगर मेरे बच्चे की कोई खबर नहीं मिली। पुलिस रोज-रोज नई कहानी बताती हैं और नई तस्वीर दिखाती है। पुलिस ने कुछ किया ही नहीं। उन्होंने जेएनयू स्टूडेंट्स से हमेशा साथ देने की अपील करते हुए कहा, मैं इसी उम्मीद से जी रही हूं कि वह एक दिन आपकी ताकत की बदौलत वापस आएगा।
नजीब के अलावा स्टूडेंट्स ने एमफिल/पीएचडी यूनियन मसले पर भी ऐडमिन ब्लॉक के आगे प्रदर्शन किया। स्टूडेंट्स ने मांग की कि ऐडमिशन में 100% इंटरव्यू वेटेज की पॉलिसी को रद्द किया जाए। इस मुद्दे पर मंगलवार रात स्टूडेंट्स की जनरल बॉडी मीटिंग भी है। उधर, जेएनयू ऐडमिनिस्ट्रेशन ने स्टूडेंट्स को साफ किया है कि एमफिल/पीएचडी को लेकर नई ऐडमिशन पॉलिसी पर वह स्टूडेंट्स के दिक्कत का ख्याल रखेगी और इसे यूजीसी तक भी ले जाएगी।
प्रशासन का कहना है कि एमफिल/पीएचडी मामले में तीन दिन से भूख हड़ताल पर बैठे स्टूडेंट और उसके साथियों के बीच भी यह बात रखी थी और उसे भूख हड़ताल खत्म करने की सलाह दी। सोमवार को जब स्टूडेंट ने भूख हड़ताल नहीं तोड़ी, तो वीसी ने एक बार फिर से स्टूडेंट्स को बात करने के लिए बुलाया। प्रशासन का कहना है कि स्टूडेंट को हालत को देखते हुए जेएनयू सीएमओ की सलाह पर उसे हॉस्पिटल भेजा गया। पीएचडी स्टूडेंट दिलीप यादव की भूख हड़ताल सोमवार रात खत्म हो गई, उन्हें पुलिस रात को एम्स ले गई।
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