नई दिल्ली
वर्ल्ड बुक फेयर में अगले साल से फ्री एंट्री मिल सकती है। नैशनल बुक ट्रस्ट ने इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गनाइजेशन (आईटीपीओ) को वर्ल्ड बुक फेयर में फ्री एंट्री करने का सुझाव दिया है, जिस पर आईटीपीओ जल्द ही विचार करेगा। बुक फेयर 7 जनवरी (शनिवार) से प्रगति मैदान में शुरू हो चुका है, जो 15 जनवरी तक चलेगा।
अगले एडिशन से वर्ल्ड बुक फेयर में एंट्री फ्री करने के बारे में सोचा जा रहा है। नैशनल बुक ट्रस्ट के चेयरमैन बलदेव भाई शर्मा ने आईटीपीओ को यह सुझाव दिया है। उन्होंने कहा, माना जाता है कि लोग अब पढ़ते कम हैं, मगर मेरा मानना है कि लोग खूब पढ़ रहे हैं और लिटरेचर की कई वैरायटीज कई मीडियम के जरिए पढ़ रहे हैं। बुक फेयर में हर साल का फुटफॉल भी यही कहता है।
दरअसल, किताबों की तरफ लोगों को और खींचने के लिए हमें किताबें सस्ती करनी होंगी और बुक फेयर जैसे इवेंट फ्री करने की भी जरूरत है। हमने आईटीपीओ को यह सुझाव दिया है कि अगले एडिशन से बुक फेयर फ्री रखा जाए। शुक्रवार को बुक ट्रस्ट की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचे आईटीपीओ के एक अधिकारी ने कहा कि इस सुझाव पर आईटीपीओ जल्द विचार करेगा और कोशिश करेगा कि अगले साल यह किया जा सके।
इस साल बुक फेयर का टिकट बच्चों के लिए 20 रुपये और बाकी के लिए 30 रुपये है। इस बार आईटीपीओ ने हाल ही में अपने सभी फेयर के लिए टिकट 20 से 30 रुपये रखा है। जगह की कमी की वजह से इस बार कुछ कम पब्लिशर्स पहुंच रहे हैं। शर्मा बताते हैं कि इंटरनैशनल पब्लिशर्स में फेयर के लिए काफी उत्साह था, मगर इस बार हमारे पास जगह की कमी है।
प्रगति मैदान में पविलियन में रेनोवेशन चल रहा है। इस वजह से एक बड़ा हॉल 6 हमें नहीं मिल पाया। हालांकि, हमने हॉल 7 के बाहर हैंगर लगाकर करीब 75 पब्लिशर्स को जगह दी है। इस बार नोटबंदी को देखते हुए फेयर में मोबाइल एटीएम समेत 6 एटीएम ऐक्टिव रहेंगे।
वर्ल्ड बुक फेयर में अगले साल से फ्री एंट्री मिल सकती है। नैशनल बुक ट्रस्ट ने इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गनाइजेशन (आईटीपीओ) को वर्ल्ड बुक फेयर में फ्री एंट्री करने का सुझाव दिया है, जिस पर आईटीपीओ जल्द ही विचार करेगा। बुक फेयर 7 जनवरी (शनिवार) से प्रगति मैदान में शुरू हो चुका है, जो 15 जनवरी तक चलेगा।
अगले एडिशन से वर्ल्ड बुक फेयर में एंट्री फ्री करने के बारे में सोचा जा रहा है। नैशनल बुक ट्रस्ट के चेयरमैन बलदेव भाई शर्मा ने आईटीपीओ को यह सुझाव दिया है। उन्होंने कहा, माना जाता है कि लोग अब पढ़ते कम हैं, मगर मेरा मानना है कि लोग खूब पढ़ रहे हैं और लिटरेचर की कई वैरायटीज कई मीडियम के जरिए पढ़ रहे हैं। बुक फेयर में हर साल का फुटफॉल भी यही कहता है।
दरअसल, किताबों की तरफ लोगों को और खींचने के लिए हमें किताबें सस्ती करनी होंगी और बुक फेयर जैसे इवेंट फ्री करने की भी जरूरत है। हमने आईटीपीओ को यह सुझाव दिया है कि अगले एडिशन से बुक फेयर फ्री रखा जाए। शुक्रवार को बुक ट्रस्ट की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचे आईटीपीओ के एक अधिकारी ने कहा कि इस सुझाव पर आईटीपीओ जल्द विचार करेगा और कोशिश करेगा कि अगले साल यह किया जा सके।
इस साल बुक फेयर का टिकट बच्चों के लिए 20 रुपये और बाकी के लिए 30 रुपये है। इस बार आईटीपीओ ने हाल ही में अपने सभी फेयर के लिए टिकट 20 से 30 रुपये रखा है। जगह की कमी की वजह से इस बार कुछ कम पब्लिशर्स पहुंच रहे हैं। शर्मा बताते हैं कि इंटरनैशनल पब्लिशर्स में फेयर के लिए काफी उत्साह था, मगर इस बार हमारे पास जगह की कमी है।
प्रगति मैदान में पविलियन में रेनोवेशन चल रहा है। इस वजह से एक बड़ा हॉल 6 हमें नहीं मिल पाया। हालांकि, हमने हॉल 7 के बाहर हैंगर लगाकर करीब 75 पब्लिशर्स को जगह दी है। इस बार नोटबंदी को देखते हुए फेयर में मोबाइल एटीएम समेत 6 एटीएम ऐक्टिव रहेंगे।
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