सब्जी मंडी, नई दिल्ली
सब्जीमंडी इलाके में असली और नकली पुलिस की भिड़ंत हो गई। घंटाघर के पास आधी रात में एक जूलरी शोरूम के शटर को इलेक्ट्रॉनिक कटर से काट रहे चार लोगों को पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ लिया। चारो आरोपी हरियाणा के रोहतक से कार से यहां आए थे। इनमें दो लोगों ने खुद को हरियाणा पुलिस का इंस्पेक्टर व पुलिसकर्मी बताकर सब्जीमंडी थाने की पुलिस को जमकर हड़काया। दोनों आमने सामने भिड़ने पर उतारू हो गए। असली पुलिसवालों को नकली पुलिसवालों ने अपना आईकार्ड दिखाया। मगर एक चूक से हरियाणा पुलिसवालों की पोल खुल गई। आरोपियों को विभिन्न धाराओं में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
सीनियर पुलिस अफसरों के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दीपक हुड्डा, दलबीर, सचिन और जमशेद के रूप में की है। सभी आरोपी हरियाणा के पानीपत व रोहतक के रहने वाले हैं। आरोपी दलवीर और दीपक ने खुद को हरियाणा पुलिस में क्राइम ब्रांच यूनिट से बताया था। लेकिन जब पुलिस ने उनके आईकार्ड को ध्यान से देखा तो उनके फर्जीवाड़े का पता चला गया। 29 जनवरी की रात करीब 12:40 बजे सब्जीमंडी पुलिस को सूचना मिली कि दो युवक घंटाघर के पास सुभाष जूलर्स का शटर तोड़ रहे हैं।
सूचना मिलते ही एसआई रंजीत, कॉन्स्टेबल मनोज, मनफूल, दिनेश, मौके पर पहुंच गए। तिरपाल से बाहर का हिस्सा ढका हुआ था। पुलिस ने देखा तो उसकी आड़ में शटर काट रहे दो युवकों सचिन और जमशेद को दबोच लिया। दोनों ने बताया कि वे कोई चोर या लुटेरे नहीं। बल्कि उन्हें पैसा देकर दीपक और दलवरी नाम के लोग यहां शटर का ताला काटने के लिए लाए हैं। तभी सामने कार में बैठे दीपक और दलवीर भी वहां आ गए। खुद को हरियाणा पुलिस से इंस्पेक्टर बताने लगे। दोनों को छुड़ाने लगे। दीपक ने उन्हें अपना आइडी कार्ड भी दिखाया। इस दौरान जमकर कहासुनी हुई।
पुलिस ने जब आइडी कार्ड देखा तो उसमें दीपक की रैंक इंस्पेक्टर की थी, जबकि आईडी में दीपक की फोटो में सिर पर कैप किसी दूसरी रैंक की थी। जिसमें काली पट्टी थी। जिसे देखकर पुलिसकर्मियों को उन पर शक हुआ और तुरंत चारों को दबोच लिया। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
सब्जीमंडी इलाके में असली और नकली पुलिस की भिड़ंत हो गई। घंटाघर के पास आधी रात में एक जूलरी शोरूम के शटर को इलेक्ट्रॉनिक कटर से काट रहे चार लोगों को पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ लिया। चारो आरोपी हरियाणा के रोहतक से कार से यहां आए थे। इनमें दो लोगों ने खुद को हरियाणा पुलिस का इंस्पेक्टर व पुलिसकर्मी बताकर सब्जीमंडी थाने की पुलिस को जमकर हड़काया। दोनों आमने सामने भिड़ने पर उतारू हो गए। असली पुलिसवालों को नकली पुलिसवालों ने अपना आईकार्ड दिखाया। मगर एक चूक से हरियाणा पुलिसवालों की पोल खुल गई। आरोपियों को विभिन्न धाराओं में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
सीनियर पुलिस अफसरों के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दीपक हुड्डा, दलबीर, सचिन और जमशेद के रूप में की है। सभी आरोपी हरियाणा के पानीपत व रोहतक के रहने वाले हैं। आरोपी दलवीर और दीपक ने खुद को हरियाणा पुलिस में क्राइम ब्रांच यूनिट से बताया था। लेकिन जब पुलिस ने उनके आईकार्ड को ध्यान से देखा तो उनके फर्जीवाड़े का पता चला गया। 29 जनवरी की रात करीब 12:40 बजे सब्जीमंडी पुलिस को सूचना मिली कि दो युवक घंटाघर के पास सुभाष जूलर्स का शटर तोड़ रहे हैं।
सूचना मिलते ही एसआई रंजीत, कॉन्स्टेबल मनोज, मनफूल, दिनेश, मौके पर पहुंच गए। तिरपाल से बाहर का हिस्सा ढका हुआ था। पुलिस ने देखा तो उसकी आड़ में शटर काट रहे दो युवकों सचिन और जमशेद को दबोच लिया। दोनों ने बताया कि वे कोई चोर या लुटेरे नहीं। बल्कि उन्हें पैसा देकर दीपक और दलवरी नाम के लोग यहां शटर का ताला काटने के लिए लाए हैं। तभी सामने कार में बैठे दीपक और दलवीर भी वहां आ गए। खुद को हरियाणा पुलिस से इंस्पेक्टर बताने लगे। दोनों को छुड़ाने लगे। दीपक ने उन्हें अपना आइडी कार्ड भी दिखाया। इस दौरान जमकर कहासुनी हुई।
पुलिस ने जब आइडी कार्ड देखा तो उसमें दीपक की रैंक इंस्पेक्टर की थी, जबकि आईडी में दीपक की फोटो में सिर पर कैप किसी दूसरी रैंक की थी। जिसमें काली पट्टी थी। जिसे देखकर पुलिसकर्मियों को उन पर शक हुआ और तुरंत चारों को दबोच लिया। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
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