Wednesday, November 2, 2016

पक्षियों के लिए भी जानलेवा हुआ पल्यूशन

सीरी फोर्ट (नई दिल्ली)

बढ़ते पल्यूशन और खतरनाक स्मॉग का असर इंसानों के साथ पक्षियों पर भी नजर आने लगा है। दिवाली के बाद पटाखों की वजह से कई पक्षियों को नुकसान पहुंचने की खबरें हैं। इसी तरह स्मॉग की वजह से घायल हुए एक मोर को रेस्क्यू किया गया है।

सीरी फोर्ट रोड पर बैडमिंटन स्टेडियम से एक मोर को रेस्क्यू किया गया। मोर पास के जंगल वाले इलाके से उड़कर स्टेडियम के पास आ गया था। दिवाली के दौरान पटाखों के धुंए और स्मॉग की वजह से विजिबिलिटी काफी कम हो गई थी। ऐसे में कम दिखने की वजह से यह मोर शीशे की खिड़की से टकरा गया और चक्कर खाकर गिर पड़ा। मोर चलते वक्त लड़खड़ा रहा था और उड़ नहीं पा रहा था। इस समय पक्षी का इलाज वाइल्डलाइफ एसओएस के सेंटर में चल रहा है।

जानकारों के मुताबिक बढ़ते पल्यूशन से जानवरों और पक्षियों को नुकसान पहुंच रहा है। ज्यादा स्मॉग से उन्हें सांस लेने तक में तकलीफ हो रही है। कई पक्षियों की तो जान चले जाने की भी नौबत आ गई है। वाइल्डलाइफ एसओएस की रेस्क्यू टीम के एक मेंबर ने बताया कि वातावरण में धुआं और प्रदूषण होने से विजिबिलिटी काफी कम हो गई है। ऐसे में मोर का देख न पाने से घायल होना नॉर्मल बात है। मोर अभी जख्मी हालत में है और उसका इलाज चल रहा है।

वाइल्डलाइफ एसओएस के को-फाउंडर कार्तिक सत्यनारायण ने बताया कि दिवाली की रात से पूरा शहर धुंए के काले और जहरीले अंधेरे से घिरा हुआ है, इसके कारण न केवल इंसान बल्कि जानवर भी तकलीफ भुगत रहे हैं। उन्होंने कहा, 'इस मोर को ज़्यादा चोट आ सकती थी और इसकी मौत भी हो सकती थी। दिवाली के समय हमें इस प्रकार की बहुत सारी कॉल्स आती हैं।' गौरतलब है कि मोर देश का राष्ट्रीय पक्षी है और वाइल्डलाइफ प्रॉटेक्शन ऐक्ट के तहत संरक्षित जानवर है।

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