Wednesday, November 2, 2016

7 नवंबर तक खतरनाक रहेगी दिल्ली की हवा

नई दिल्ली
दिल्ली में 7 नंवबर तक एयर क्वॉलिटी बेहद 'खतरनाक' स्तर पर रहने की आशंका है। मौसम वैज्ञानिकों और एक्सपर्ट्स ने दावा करते हुए कहा कि दिवाली के दिन जो पटाखे जलाए जाते हैं उसका असर 7 दिनों तक रहता है, इसलिए अगले पांच दिनों तक हवा में प्रदूषित कणों की मात्रा नॉर्मल से ज्यादा ही रहने की आशंका है। वहीं बुधवार को दिल्ली पल्यूशन कंट्रोल कमिटी के पल्यूशन मॉनिटरिंग स्टेशनों में पल्यूशन का स्तर 12 से 14 गुना तक दर्ज हुआ है। कुछ स्टेशनों में दिवाली से अगले दिन जितना पल्यूशन लेवल दर्ज हुआ था। बुधवार को उससे भी ज्यादा पल्यूशन लेवल दिल्ली के इन्वाइरनमेंट में दर्ज हुआ है। डीपीसीसी के पंजाबी बाग स्टेशन में पीएम 10 का लेवल नॉर्मल से 14 गुना ज्यादा के साथ 1415 माइक्रो ग्राम क्यूबिक मीटर (एमजीसीएम) तक दर्ज हुआ है। पीएम 10 का नॉर्मल लेवल 100 एमजीसीएम होता है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक पंजाबी बाग में पीएम 2.5 का लेवल इस सीजन में बुधवार को सबसे ज्यादा दर्ज हुआ है।

टेरी के फैलो सुमित शर्मा ने बताया कि दिवाली के दिन पटाखों के जलाने से इन्वाइरनमेंट में पीएम 2.5 और पीएम 10 जैसे प्रदूषित कणों के अलावा कार्बन मोनोऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड जैसे प्रदूषित कण भी दर्ज होते हैं। पटाखों का असर दिवाली के बाद अगले सात दिनों तक दिल्ली की एयर क्वॉलिटी पर असर करता है यानी दिल्ली में 7 नवंबर तक पल्यूशन का स्तर नॉर्मल से ज्यादा रहने वाला है। पटाखों की वजह से हवा में प्रदूषित कणों का स्तर और भी ज्यादा बढ़ गया है। पीएम 2.5 और पीएम 10 जैसे प्रदूषित कणों का लेवल अगले पांच दिनों तक नॉर्मल से ज्यादा रहने की संभावना है।

वहीं मौसम वैज्ञानिकों ने कहा कि दिल्ली में 7 नवंबर के बाद से एयर क्वॉलिटी बेहतर दर्ज होने लगेगी क्योंकि इन्वाइरनमेंट से पटाखों से जनरेट हुआ पल्यूशन कम होना शुरू हो जाएगा। डीपीसीसी के स्टेशन में आनंद विहार में पीएम 10 का लेवल नॉर्मल से 13 गुना ज्यादा के साथ 1364 एमजीसीएम दर्ज हुआ। वहीं आरकेपुरम में पीएम 10 का लेवल नॉर्मल से 12 गुना ज्यादा के साथ बुधवार को 1226 एमजीसीएम दर्ज हुआ। पंजाबी बाग में सबसे ज्यादा पीएम 10 का लेवल दर्ज हुआ।

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