Tuesday, October 4, 2016

'किलर ट्रक' ने ली स्टूडेंट की जान

विशाल शर्मा, नई दिल्ली
पीतमपुरा इलाके में 'हिट ऐंड रन' के दर्दनाक हादसे में 11 साल के बच्चे की ट्रक के टायर से बुरी तरह कुचलकर मौत हो गई। सोमवार शाम ध्रुव (11) अपनी मां के साथ स्कूटी पर पीछे बैठकर घर आ रहा था। तभी सामने से तेज रफ्तार से आ रहे मिनी ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी। स्कूटी चला रही मां लेफ्ट साइड में गिरीं। जबकि ध्रुव गिरकर ट्रक के ड्राइवर साइड वाले अगले टायर के नीचे आ गया। ड्राइवर हड़बड़ी में ट्रक को तेजी से लेकर भागा। बच्चे की बॉडी टायरों में फंसी हुई साथ चली गई। आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर ट्रक को जब्त कर लिया है।

पुलिस के मुताबिक अनिल नागपाल परिवार के साथ पीतमपुरा के सरस्वती विहार, तरुण एंक्लेव में रहते हैं। उनका रोहिणी में कार ऐसेसरीज का बिजनेस है। परिवार में वाइफ 35 वर्षीय निशा नागपाल व हादसे का शिकार हो चुका इकलौता मासूम ध्रुव है। निशा अपने बेटे ध्रुव को स्कूटर से ट्यूशन लेकर गई थीं। वहां से करीब शाम को 5 बजे लौट रही थीं। ध्रुव पीछे बैठा था। परवाना रोड, डेरा गाजी के वाले रास्ते से आते वक्त सामने से तेज रफ्तार आते मिनी ट्रक ने सामने से स्कूटी को हिट किया।

संतुलन बिगड़ने से ध्रुव टायर के नीचे आ गया। लोगों ने शोर मचाया। लेकिन मिनी ट्रक ड्राइवर ने डर से स्पीड बढ़ा दी। करीब 100 मीटर तकर ट्रक के टायरों में ध्रुव घिसटता चला गया। पब्लिक ने आरोपी ड्राइवर को पीछा कर रोक लिया और बाहर खींचकर बुरी तरह पीटा। सूचना मिलने पर थाना मंगोलपुरी से पुलिस आई। ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसकी पहचान बिहार सहरसा निवासी राजेश कुमार के तौर पर हुई। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

हादसे का वह सीन ध्रुव की मां के दिलोदिमाग में ठहर गया है। थोड़ी-थोड़ी देर बाद अचानक चीख पड़ती हैं। ध्रुव के चाचा रचित ने बताया कि माता-पिता को इस हादसे ने बुरी तरह तोड़ दिया है। भगवान से प्रार्थना करके मिन्नतों के बाद बेटा हुआ था। मां की हालत बार बार बिगड़ रही है। मंगलवार को ध्रुव का अंतिम संस्कार किया गया।

'मॉम-डैड को मेरे नाम से पहचानेगी दुनिया'
सिंगर बनना चाहता था ध्रुव:
11 साल का ध्रुव पीतमपुरा में ही आधारशिला पब्लिक स्कूल में 6वीं क्लास में पढ़ाई कर रहा था। उसे सिंगर बनना था। स्कूल व अन्य प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेता था। पढ़ाई के अलावा एक्सट्रा करिकुलर ऐक्टिविटीज में बिजी रहता था। घर में सैकड़ों सर्टिफिकेट, कुछ मेडल रखे हैं।

स्केटिंग का चैंपियन था: पिछले हफ्ते ही ध्रुव ने स्कूल प्रॉजेक्ट के लिए तोप बना डाली जो पेपर बॉल से दूर तक वार करती थी। ध्रुव के स्कूल फ्रेंड बहुत अपसेट हैं। स्केटिंग का चैंपियन था। वह हमेशा यही कहता था कि देखना एक दिन में मॉम-मेरे नाम से दुनिया में पहचाने जाएंगे।

ब्रेक लगता तो बच जाता ध्रुव: परिवार के मुताबिक हादसे के फौरन बाद अगर ड्राइवर तुरंत ब्रेक लगा देता तो आज उनका बेटा ध्रुव जिंदा होता। मगर टायर के नीचे आने पर ड्राइवर रौंदता चला गया। ट्रक से हिट होने के बाद आखिरी समय बस उसके मुंह से 'मम्मी' निकला था।

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