Sunday, October 30, 2016

दिवालीः पटाखों ने दिल्ली की हवा में भरा 'जहर'

नई दिल्ली
दिवाली पर पटाखों के धुएं ने दिल्ली और एनसीआर के लोगों का दम निकाल दिया। दिल्ली की हवा में इस कदर जहर घुला है कि सोमवार सुबह भी कई जगहों पर धुएं की चादर छाई दिखाई दी। इससे हवा की गुणवत्ता गिरकर ‘गंभीर’ श्रेणी में चली गई।

सिस्टम ऑफ एयर क्वॉलिटी ऐंड वेदर फॉरकास्ट ऐंड रिसर्च (एसएएफएआर) के केंद्रों ने रात करीब आठ बजे श्वसनीय प्रदूषकों पीएम 2.5 और पीएम 10 को क्रमश: 283 और 517 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रिकॉर्ड किया, जो सुरक्षित सीमा से कई गुना अधिक है।


सोमवार सुबह दिल्ली-नोएडा को जोड़ने वाले DND फ्लाइओवर पर छाई धुंध। फोटोः अंकित ओझा

पीएम 2.5 और पीएम 10 का निर्धारित मानक क्रमश: 60 और 100 है और इससे कुछ भी ज्यादा सांस लेने की प्रणाली को नुकसान पहुंचा सकता है। अत्यंत सूक्ष्म पार्टिकुलेट्स फेफड़ों में बैठ जाते हैं और खून में भी प्रवेश कर जाते हैं।

पूसा रोड, मथुरा रोड, धीरपुर, दिल्ली विश्वविद्यालय, पीतमपुरा और नोएडा में स्थित एसएएफएआर के निगरानी केंद्रों ने वायु गुणवत्ता को ‘गंभीर’ जोन में रखा है। इसने अपने पूर्वानुमान में कहा था कि शहर की हवा 30 और 31 अक्टूबर को गंभीर रूप से प्रदूषित होगी।


आरके पुरम, आनंद विहार, मंदिर मार्ग, शादीपुर जैसे इलाकों में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के निगरानी स्टेशनों ने भी गंभीर ही कहा था। रात आठ बजे तक डीपीसीपी के पंजाबी बाग और आनंद विहार स्टेशनों ने पीएम 2.5 क्रमश: 202 और 240 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया है, जबकि पीएम 10 बढ़कर क्रमश: 429 और 766 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर मीटर हो गया है।


दिवाली पर दिल्ली में 133 आग लगने की घटनाएं
दिवाली पर रविवार रात मामूली आग लगने की 133 कॉल प्राप्त हुईं। आग की इन घटनाओं में तीन लोग जख्मी हुए है। दिल्ली दमकल सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमें रात नौ बजे तक 133 कॉल प्राप्त हुईं और उन सब पर प्रतिक्रिया दी गई। किसी घटना में बड़ा नुकसान या किसी के हताहत होने की रिपोर्ट नहीं है। इनमें पटाखों से आग लगने की पांच घटनाएं शामिल हैं, जिनमें तीन लोग झुलस गए। उन्हें नजदीकी अस्पताल में दाखिल किया गया है।

अधिकारी ने कहा कि रात आठ बजे से दस बजे के बीच के पहले घंटे में हमें 23 कॉल आईं और कोई बड़ी घटना या नुकसान की रिपोर्ट नहीं है। दिल्ली दमकल सेवा के निदेशक जीसी मिश्र ने कहा कि हमने आग से लड़ने वाले अपने अधिकतम उपकरणों को (आग लगने से संबंधित) स्थिति से निपटने के लिए सेवा में लगाया तथा 15,00 कर्मियों को किसी तरह की संभावना घटना से निपटने के लिए तैनात किया। दमकल के 59 स्थायी स्टेशन के अलावा दमकल विभाग ने समूचे शहर में 22 स्थानों पर अस्थायी स्टेशन स्थापित किए, जहां से पिछले साल दिवाली के दिन सबसे ज्यादा कॉल प्राप्त हुई थीं।

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