Tuesday, October 11, 2016

दिसंबर से नहीं दिखेंगी पुरानी डीटीसी बसें

नई दिल्ली
हर महीने डीटीसी की पुरानी स्टैंडर्ड फ्लोर बसें सड़कों से हटाई जा रही हैं। 2012-13 में स्टैंडर्ड बसों का नंबर करीब 1500 था, जो अब घटकर 340 रह गया है। सूत्रों का कहना है कि 31 दिसंबर तक डीटीसी की सभी पुरानी स्टैंडर्ड बसें सड़कों से हट जाएंगी और नई बसों के प्लान पर भी सरकार काम कर रही है। क्लस्टर स्कीम में तो इस साल के आखिर तक 500 से ज्यादा बसें लाने की तैयारी हैं, वहीं सरकार नई फीडर बसें भी डीटीसी के बेड़े में शामिल करना चाहती हैं, ताकि छोटी सड़कों पर ये फीडर बसें चलें। प्राइवेट ट्रांसपोर्ट्स भी सरकार की इस स्कीम में शामिल होने के लिए तैयार हैं।

डीटीसी के डेप्युटी सीजीएम (पीआर) डॉ. आरएस मिन्हास का कहना है कि जिन स्टैंडर्ड फ्लोर बसों की उम्र पूरी हो रही है, उन्हें सड़कों से हटाया जा रहा है। यह प्रक्रिया काफी समय से चल रही है। स्टैंडर्ड फ्लोर बसें डीटीसी के जिन डिपोज से चल रही हैं, उनमें बवाना डिपो, यमुना विहार, हरी नगर 2, घुम्मन हेड़ा और दिचाउं कलां शामिल हैं। अभी डीटीसी की टोटल 4121 बसें हैं, जिनमें से लो फ्लोर एसी बसों का नंबर 1275 और लो फ्लोर नॉन एसी बसों का नंबर 2506 है। करीब तीन महीने पहले स्टैंडर्ड फ्लोर बसों की संख्या 563 थी, जो अब घटकर 340 रह गई है। इन बसों को दूर- दराज के रूटों पर चलाया जाता है। आउटर दिल्ली के रूट्स पर ये बसें ज्यादा देखी जाती हैं।

जानकारी के मुताबिक, 31 दिसंबर से पहले सारी स्टैंडर्ड लो फ्लोर बसें हट जाएंगी। अभी क्लस्टर स्कीम में बसों को लाया जा रहा है। वहीं दिल्ली सरकार इस साल के आखिर तक 1500 से 2000 नई फीडर बसें लाने की तैयारी कर रही है। 20, 25 और 30 सीटों वाली छोटी बसों को दिल्ली की सड़कों पर चलाया जाएगा। सरकार का कहना है कि डीटीसी की एक साइज ही बड़ी बसें हैं, लेकिन सड़कें एक साइज की नहीं हैं। बड़ी बसों के लिए छोटी सड़कों पर जगह नहीं होती। इस समस्या को दूर करने के लिए छोटी सड़कों पर फीडर बसें चलाई जाएंगी, साथ ही मेट्रो के हर रूट पर फीडर बसें होंगी।

एसटीए ऑपरेटर्स एकता मंच का कहना है कि फीडर बसों की स्कीम को लेकर वे भी सरकार से बातचीत करेंगे। सरकार को अगले कुछ दिनों में एक बार फिर से प्रपोजल दिया जाएगा। डीटीसी की बसों में इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीन (ईटीएम) सिस्टम भी शुरू हो गया है और ईटीएम से टिकट्स दिए जा रहे हैं। डीटीसी के एक अधिकारी का कहना है कि ज्यादातर बसों में ईटीएम से टिकट दिए जाने का प्रोसेस शुरू हो गया है। शुरुआत में दो डिपोज से ट्रायल शुरू किया गया था। वहीं ईटीएम के बाद अब कॉमन मोबिलिटी कार्ड लागू करने की दिशा में तेजी से काम चल रहा है। इस कार्ड के लागू होने के बाद डीटीसी बसों और मेट्रो में एक ही कार्ड चल सकेगा।

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