प्रमुख संवाददाता, नई दिल्ली
पीएचडी फेलोशिप प्रोग्राम के लिए आईआईटी दिल्ली और मल्टिनैशनल इलेक्ट्रॉनिक्स ग्रुप थेल्स ने एमओयू साइन किया है। इस एग्रीमेंट की बदौलत इंडिया के स्टूडेंट्स की पहुंच फ्रांस की बड़ी लैब्स तक होगी और इंडस्ट्रियल रिसर्च को इससे बूम मिलेगा।
आईआईटी दिल्ली-सीएनआरएस पीएचडी फेलोशिप इस प्रोग्राम का नाम है। इस प्रोग्राम के तहत थेल्स और आईआईटी दिल्ली इंडस्ट्रीज से जुड़े अकैडमिक्स में बेहतर काम कर सकेगा। आईआईटी के एक अधिकारी के मुताबिक, यह फेलोशिप इसलिए इतनी खास है, क्योंकि स्टूडेंट्स भारत और फ्रांस की बड़ी लैब्स में काम कर सकेंगे और बतौर सुपरवाइजर उन्हें दोनों ही देशों से एक्सपर्ट का गाइडेंस भी मिलेगा। इन लैब्स में फ्रांस की सीएनआरएस की एक नामी लैब शामिल है। इसी तरह भारत से भी लैब्स इस लिस्ट में होंगी।
पहले ग्रुप में चार स्टूडेंट्स इस फेलोशिप के लिए चुने जाएंगे। स्टूडेंट्स एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक्स में काम करेंगे। साथ ही, कॉम्प्लेक्स इंजिनियरिंग सिस्टम पर भी रिसर्च की जाएगी। यह फील्ड फंडामेंटल इंजिनियरिंग से आगे बढ़ते हुए नए तरीकों और टूल्स को डिवेलप करने के लिए रिसर्च को कवर करता है। आईआईटी दिल्ली के डायरेक्टर वी. रामगोपाल राव का कहना है कि इस रिसर्च की बदौलत ग्लोबल ऐप्लिकेशंस, टेक्नॉलजी, टूल्स पर रिसर्च करने का बेहतर मौका स्टूडेंट्स को मिलेगा। थेल्स ने साइंटिफिक और इंडस्ट्रियल रिसर्च के लिए दुनियाभर की नामी यूनिवर्सिटी से पार्टनरशिप की है। इससे पहले यह आईआईटी मुंबई और आईआईटी बेंगलुरु से भी जुड़ चुकी है और इसके रिजल्ट काफी पॉजिटिव मिले हैं।
पीएचडी फेलोशिप प्रोग्राम के लिए आईआईटी दिल्ली और मल्टिनैशनल इलेक्ट्रॉनिक्स ग्रुप थेल्स ने एमओयू साइन किया है। इस एग्रीमेंट की बदौलत इंडिया के स्टूडेंट्स की पहुंच फ्रांस की बड़ी लैब्स तक होगी और इंडस्ट्रियल रिसर्च को इससे बूम मिलेगा।
आईआईटी दिल्ली-सीएनआरएस पीएचडी फेलोशिप इस प्रोग्राम का नाम है। इस प्रोग्राम के तहत थेल्स और आईआईटी दिल्ली इंडस्ट्रीज से जुड़े अकैडमिक्स में बेहतर काम कर सकेगा। आईआईटी के एक अधिकारी के मुताबिक, यह फेलोशिप इसलिए इतनी खास है, क्योंकि स्टूडेंट्स भारत और फ्रांस की बड़ी लैब्स में काम कर सकेंगे और बतौर सुपरवाइजर उन्हें दोनों ही देशों से एक्सपर्ट का गाइडेंस भी मिलेगा। इन लैब्स में फ्रांस की सीएनआरएस की एक नामी लैब शामिल है। इसी तरह भारत से भी लैब्स इस लिस्ट में होंगी।
पहले ग्रुप में चार स्टूडेंट्स इस फेलोशिप के लिए चुने जाएंगे। स्टूडेंट्स एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक्स में काम करेंगे। साथ ही, कॉम्प्लेक्स इंजिनियरिंग सिस्टम पर भी रिसर्च की जाएगी। यह फील्ड फंडामेंटल इंजिनियरिंग से आगे बढ़ते हुए नए तरीकों और टूल्स को डिवेलप करने के लिए रिसर्च को कवर करता है। आईआईटी दिल्ली के डायरेक्टर वी. रामगोपाल राव का कहना है कि इस रिसर्च की बदौलत ग्लोबल ऐप्लिकेशंस, टेक्नॉलजी, टूल्स पर रिसर्च करने का बेहतर मौका स्टूडेंट्स को मिलेगा। थेल्स ने साइंटिफिक और इंडस्ट्रियल रिसर्च के लिए दुनियाभर की नामी यूनिवर्सिटी से पार्टनरशिप की है। इससे पहले यह आईआईटी मुंबई और आईआईटी बेंगलुरु से भी जुड़ चुकी है और इसके रिजल्ट काफी पॉजिटिव मिले हैं।
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Read more: IIT स्टूडेंट्स फ्रांस की लैब्स में करेंगे रिसर्च