Friday, September 2, 2016

फ्लाईओवर में देरी पर चीफ इंजिनियर का ट्रांसफर

नई दिल्ली
नॉर्थ एमसीडी द्वारा सेंट स्टीफंस हॉस्पिटल से फिल्मिस्तान तक बनाए जा रहे रानी झांसी ग्रेड सेपरेटर की स्पीड में बाधा बन रहे चीफ इंजिनियर का तबादला कर दिया गया है। इसका कारण इनका एक अन्य अफसर के साथ तनातनी चलना बताया गया है, जिसका असर फ्लाईओवर के निर्माण की स्पीड पर पड़ रहा था। इसके साथ ही इसके निर्माण में बड़ी बाधा बन रही वॉटर पाइप लाइन को शिफ्ट करने का काम भी शुरू कर दिया गया है।

कमिश्नर प्रवीण गुप्ता ने चीफ इंजिनियर संजय जैन के ट्रांसफर की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि उम्मीद है कि आठ महीने में इसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इस मामले में स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन प्रवेश वाही का कहना है कि 1.6 किलोमीटर लंबाई में बन रहे इस ग्रेड सेपरेटर के निर्माण की स्पीड में बड़ी बाधा बन रही पानी की पाइप लाइन को शिफ्ट करने का काम अब शुरू हो गया है। इसके लिए कई बार दिल्ली जल बोर्ड से मीटिंग करने के बाद आखिरकार उन्होंने काम शुरू कर दिया। इसमें पिलर नंबर-17, 18 और 30 के पास वॉटर पाइप लाइनों को शिफ्ट किया जाना है। इनमें से एक लाइन प्रेजिडेंट हाउस के लिए जाती है।

अब क्योंकि मौसम इतना गर्म नहीं है, जिससे की पानी की खपत बहुत अधिक हो इसीलिए मौसम को अनुकूल देखते हुए पाइप लाइन को शिफ्ट किया जा रहा है। 2008 से बन रहे इस फ्लाईओवर के मामले में चेयरमैन वाही ने बताया कि कुछ काम रेलवे की ओर से भी अधूरा पड़ा है। उनसे भी कई दौर की बातचीत हो चुकी हैं। उम्मीद है कि जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा।

वाही का कहना है कि हम इस प्रोजेक्ट को लेकर बेहद गंभीर हैं और चाहते हैं कि इसका अधिकतर काम हर सूरत में अगले साल होने वाले निगम चुनावों से पहले खत्म हो जाए। इसके बनने के बाद सेंट स्टीफंस अस्पताल से लेकर बर्फखाना चौक, आजाद मार्केट, बाड़ा हिंदू राव और मॉडल बस्ती में लगने वाले ट्रैफिक जाम से लोगों को लगभग पूरी तरह से मुक्ति मिल जाएगी। साथ ही नॉर्थ और सेंट्रल दिल्ली से ट्रांस यमुना के बीच की कनेक्टिविटी भी और बेहतर हो जाएगी।

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