नई दिल्ली
कस्टम विभाग को अपने आईटी सिस्टम में हैकिंग का पता चला है। सूत्रों ने बताया कि डेटा को नुकसान पहुंचाने से सरकारी खजाने को करीब 50 करोड़ का नुकसान हुआ है। कस्टम डिपार्टमेंट ने दिल्ली पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज कराई है। दिल्ली पुलिस ने मामले को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाने के लिए साइबर सेल को निर्देश दे दिए हैं। पुलिस ने दो संदिग्ध व्यवसायियों को चुना है।
इस मामले में किसी अंदरूनी व्यक्ति की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता इसलिए पुलिस तुगलकाबाद स्थित विभाग के कुछ अधिकारियों से पूछताछ कर सकती है। पुलिस आधा दर्जन फर्मों की भी जांच कर रही है जिन्होंने नकली रसीद बनाकर लाभ कमाने की कोशिश की है।
कस्टम विभाग ने आंतरिक स्तर पर भी एक जांच करवाई थी जिसकी रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी गई है। असिस्टेंट कमिश्नर एमएल मीना ने बताया कि बदमाशों ने कस्टम रजिस्टर्ड स्क्रिप्टों और विदेश मानिदेशालय द्वारा जारी किये गए प्राधिकरण और लाइसेंस की वैल्यू बढ़ा दी। कस्टम अधिकारी ने बताया कि सिस्टम में फर्जी लाइसेंस को डाला गया। ये स्क्रिप्ट निर्यातकों को निर्यात प्रमोशन योजानओं का लाभ प्रदान कराती हैं जो आयात शुल्क का भुगतान करने पर इनका प्रयोग करते हैं। पुलिस FIR दर्ज करके मामले की छानबीन में जुटी है। जिस सिस्टम से हैकिंग हुई है पुलिस उस सिस्टम का आईपी अड्रेस पता करने में लगी हुई है।
कस्टम विभाग को अपने आईटी सिस्टम में हैकिंग का पता चला है। सूत्रों ने बताया कि डेटा को नुकसान पहुंचाने से सरकारी खजाने को करीब 50 करोड़ का नुकसान हुआ है। कस्टम डिपार्टमेंट ने दिल्ली पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज कराई है। दिल्ली पुलिस ने मामले को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाने के लिए साइबर सेल को निर्देश दे दिए हैं। पुलिस ने दो संदिग्ध व्यवसायियों को चुना है।
इस मामले में किसी अंदरूनी व्यक्ति की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता इसलिए पुलिस तुगलकाबाद स्थित विभाग के कुछ अधिकारियों से पूछताछ कर सकती है। पुलिस आधा दर्जन फर्मों की भी जांच कर रही है जिन्होंने नकली रसीद बनाकर लाभ कमाने की कोशिश की है।
कस्टम विभाग ने आंतरिक स्तर पर भी एक जांच करवाई थी जिसकी रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी गई है। असिस्टेंट कमिश्नर एमएल मीना ने बताया कि बदमाशों ने कस्टम रजिस्टर्ड स्क्रिप्टों और विदेश मानिदेशालय द्वारा जारी किये गए प्राधिकरण और लाइसेंस की वैल्यू बढ़ा दी। कस्टम अधिकारी ने बताया कि सिस्टम में फर्जी लाइसेंस को डाला गया। ये स्क्रिप्ट निर्यातकों को निर्यात प्रमोशन योजानओं का लाभ प्रदान कराती हैं जो आयात शुल्क का भुगतान करने पर इनका प्रयोग करते हैं। पुलिस FIR दर्ज करके मामले की छानबीन में जुटी है। जिस सिस्टम से हैकिंग हुई है पुलिस उस सिस्टम का आईपी अड्रेस पता करने में लगी हुई है।
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