Thursday, September 1, 2016

क्रिमिनल्स की टॉप-10 लिस्ट का उलटा असर

नई दिल्ली
यह खुलासा हैरतंगेज है! दिल्ली पुलिस की 'टॉप-10' मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में शामिल होने के लिए एक बदमाश 'लोगों का मर्डर' करने पर आमादा था। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उसे अरेस्ट कर लिया है। पुलिस के अनुसार, वह पहले से दो मर्डर केसों में वॉन्टेड है और पिछले कुछ समय से विरोधी गैंग के फैमिली मेम्बर्स के मर्डर की प्लानिंग कर रहा था। ताबड़तोड़ हत्याएं करके टॉप-10 की लिस्ट में शुमार होना चाहता था। ये बात उसने खुद कबूली है।

इस खुलासे से जाहिर होता है कि पुलिस की टॉप-10 क्रिमिनल्स की लिस्ट का बदमाशों पर उलटा असर है, वह लिस्ट से घबराने के बजाए, उसमें शामिल होने की चाह रखते हैं, उनका मानना है कि लिस्ट में जो बदमाश जितने 'टॉप' पर होता है, उसका टेरर और उससे होने वाली उगाही उतनी ही ज्यादा होती है।

जॉइंट सीपी रवींद्र यादव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का नाम जयवीर उर्फ मोनू (30) है। छावला का रहने वाला है। छावला में ही दो मर्डर केसों में वॉन्टेड था। उसके बारे में क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली, जिसके बिनाह पर डीसीपी भीष्म सिंह के सुपरविजन में एसीपी ईश्वर सिंह की टीम ने नजफगढ़-नांगलोई रोड पर घेराबंदी की। एयरफोर्स स्टेशन के पास से आरोपी को अरेस्ट कर लिया। उसके पास से 9 एमएम की पिस्तौल और 5 गोलियां रिकवर हुईं। उससे पूछताछ में एक आई-20 कार रिकवर हुई है, जिसे बीती 24 अगस्त को गुड़गांव में गन पॉइंट पर लूटा गया था।

जॉइंट सीपी के अनुसार, जयवीर पहली बार साल 2011 में हरियाणा में मर्डर की कोशिश के केस में अरेस्ट हुआ था। वह विरोधी गैंग के फैमिली मेम्बर्स के मर्डर की प्लानिंग में था। दिल्ली के टॉप-10 अपराधियों में शामिल होना चाहता था।

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