नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान संसद भवन की विडियोग्राफी मामले की जांच कर रही कमिटी के सामने गुरुवार को पेश हुए। वह अपने पुराने रुख पर अड़े रहे और उन्होंने यह कहते हुए मामले में पीएम नरेंद्र मोदी को घसीट लिया कि पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की ISI को वहां आने का 'न्योता' देने के लिए उनको भी संसद की कमिटी के सामने पेश होने के लिए कहा जाए।
संगरूर से AAP के लोकसभा सांसद मान से कमिटी ने संसद परिसर की विडियॉग्रफी करने के मामले में लगभग सवा घंटे पूछताछ की। मान पर आरोप है कि उन्होंने ऐसा करके संसद की सुरक्षा को कथित तौर पर दांव पर लगा दिया है। कमिटी उनके जवाब से परेशान हो गई। उसके कई मेंबर्स को लगा कि वह सीरियस नहीं हैं। कमिटी ने प्राइम मिनिस्टर को बुलाए जाने की मान की मांग पर अप्रसन्नता जताई।
इससे पहले मान ने बीजेपी के किरीट सोमैया की अगुवाई वाली कमिटी को पांच पन्ने का जवाब सौंपा। मान ने उसमें लिखा है कि वह खुद को गलत 'मानते' हुए बिना शर्त माफी मांगते हैं। कमिटी ने कहा कि उनको अपने लेटर का मसौदा बदलने के लिए सोमवार तक का समय दिया जाता है अगर वह ऐसा करना चाहें। फिर उनसे दोबारा 3 बजे दोपहर में मिलने के लिए कहा गया।
मान ने अपने लेटर में इस साल जनवरी में पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले का हवाला देते हुए कहा कि प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान से एक टीम को एयरबेस का दौरा करने का न्योता दिया जिसमें खुफिया एजेंसी ISI के मेंबर भी थे। उन्होंने आरोप लगाया कि ISI के जासूसों ने सामरिक रूप से अहम बेस की रेकी की और उसके नक्शे बनाए जिससे उसकी सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हुआ है।
मान ने कहा कि कमिटी के अधिकार क्षेत्र को फैलाकर ISI के जवानों की एंट्री से उसकी सुरक्षा में सेंध लगने के मामले की जांच को उसके दायरे में लाया जाना चाहिए। उन्होंने कमिटी से प्राइम मिनिस्टर को 'बुलाए' जाने और मामले में उनका बयान लिए जाने की मांग की। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया है जिससे संसद की सुरक्षा को खतरा हो। उन्होंने मौजूदा जांच को बढ़ाए जाने के बजाय बंद किए जाने की मांग की।
आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान संसद भवन की विडियोग्राफी मामले की जांच कर रही कमिटी के सामने गुरुवार को पेश हुए। वह अपने पुराने रुख पर अड़े रहे और उन्होंने यह कहते हुए मामले में पीएम नरेंद्र मोदी को घसीट लिया कि पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की ISI को वहां आने का 'न्योता' देने के लिए उनको भी संसद की कमिटी के सामने पेश होने के लिए कहा जाए।
संगरूर से AAP के लोकसभा सांसद मान से कमिटी ने संसद परिसर की विडियॉग्रफी करने के मामले में लगभग सवा घंटे पूछताछ की। मान पर आरोप है कि उन्होंने ऐसा करके संसद की सुरक्षा को कथित तौर पर दांव पर लगा दिया है। कमिटी उनके जवाब से परेशान हो गई। उसके कई मेंबर्स को लगा कि वह सीरियस नहीं हैं। कमिटी ने प्राइम मिनिस्टर को बुलाए जाने की मान की मांग पर अप्रसन्नता जताई।
इससे पहले मान ने बीजेपी के किरीट सोमैया की अगुवाई वाली कमिटी को पांच पन्ने का जवाब सौंपा। मान ने उसमें लिखा है कि वह खुद को गलत 'मानते' हुए बिना शर्त माफी मांगते हैं। कमिटी ने कहा कि उनको अपने लेटर का मसौदा बदलने के लिए सोमवार तक का समय दिया जाता है अगर वह ऐसा करना चाहें। फिर उनसे दोबारा 3 बजे दोपहर में मिलने के लिए कहा गया।
मान ने अपने लेटर में इस साल जनवरी में पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले का हवाला देते हुए कहा कि प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान से एक टीम को एयरबेस का दौरा करने का न्योता दिया जिसमें खुफिया एजेंसी ISI के मेंबर भी थे। उन्होंने आरोप लगाया कि ISI के जासूसों ने सामरिक रूप से अहम बेस की रेकी की और उसके नक्शे बनाए जिससे उसकी सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हुआ है।
मान ने कहा कि कमिटी के अधिकार क्षेत्र को फैलाकर ISI के जवानों की एंट्री से उसकी सुरक्षा में सेंध लगने के मामले की जांच को उसके दायरे में लाया जाना चाहिए। उन्होंने कमिटी से प्राइम मिनिस्टर को 'बुलाए' जाने और मामले में उनका बयान लिए जाने की मांग की। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया है जिससे संसद की सुरक्षा को खतरा हो। उन्होंने मौजूदा जांच को बढ़ाए जाने के बजाय बंद किए जाने की मांग की।
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Read more: कमिटी के सामने पेश हुए मान, PM को बुलाने की मांग की