Thursday, July 28, 2016

बरखा और स्वाति ने एकदूसरे पर लगाए आरोप

नई दिल्ली दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष और दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बरखा सिंह और वर्तमान अध्यक्ष स्वाति मालिवाल के बीच आरोप प्रत्यारोप जारी है। अब इस मामले में बरखा सिंह ने स्वाति मालिवाल के उस आरोप को हास्यपद करार दिया है, जिसमें स्वाति ने कहा है कि उनका किसी राजनीति पार्टी से कोई लेना देना नहीं है और किसी पार्टी से जुड़ी भी नहीं है। बरखा सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा है कि चेयरपर्सन बनने से पहले वे सीएम केजरीवाल ऑफिस से जुड़ी हुई थीं और आज भी उनके पति आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए हैं।

बरखा सिंह ने स्वाति के उस आरोप को भी खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि बरखा सिंह ने केवल एक केस में सुनवाई की थी। बरखा सिंह का कहना है कि आयोग में छह मेंबर होते हैं, केस सुनने का काम मेंबर का होता है। चेयरपर्सन उसी स्थिति में केस पर सुनवाई करती है, जब कभी स्पेशल केस होता है। उन्होंने कहा कि मैंने रिकॉर्ड बनाने के लिए काम नहीं किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब सोमनाथ भारती और कुमार विश्वास के मामले को लेकर केजरीवाल के ऑफिस में गई थीं, उस मीटिंग में स्वाति भी थीं, क्योंकि उन्हें इस केस में डीसीडब्ल्यू के साथ डील का काम दिया गया था। हालांकि जब इस मामले को लेकर आयोग की चेयरपर्सन स्वाति मालिवाल से बात की तो उनके ऑफिस की तरफ से कहा गया कि ये सभी हास्यपद आरोप हैं।

गौरतलब है कि बुधवार को बरखा सिंह ने स्वाति मालिवाल और उनकी कमेटी को हटाने की मांग को लेकर एलजी नजीब जंग को पत्र लिखा था। बरखा ने एलजी को लिखे पत्र में कहा था कि इन दिनों डीसीडब्ल्यू को आम आदमी पार्टी के वर्कर्स चला रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि घरेलू हिंसा और सेक्सुअल हरासमेंट की शिकार महिलाओं को अपना पक्ष पुरुषों के सामने रखना पड़ रहा है। डीसीडब्ल्यू अध्यक्ष स्वाति मालिवाल की टीम में अभी केवल तीन मेंबर हैं, जबकि पहले छह हुआ करती थीं। इन तीन मेंबर्स में से किसी के पास काम का कोई अनुभव नहीं है। उन्होंने लेटर में यह भी आरोप लगाया है कि मालिवाल ने 3-4 ऐसे स्टाफ रखे हैं, जिन्हें मोटी सैलरी दी जा रही है।

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