Tuesday, July 5, 2016

दिल्ली में सात कॉलोनियों का होगा पुनर्विकास, खत्म होगी आवासों की समस्या

राष्ट्रीय राजधानी में सरकारी आवास की समस्या को दूर करने के इरादे से केंद्र ने मौजूदा सात आवासीय कालोनी के पुनर्निमाण का मंगलवार (5 जुलाई को फैसला किया। इससे इन कॉलोनियों में मकानों की संख्या मौजूदा 12,970 से बढ़कर 25,667 हो जाएगी। इस पर कुल 32,835 करोड़ रुपए की लागत आएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंगलवार (5 जुलाई) को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में सरोजनी नगर, नेताजी नगर, नौरोजी नगर आवासीय कालोनियों का पुनर्निर्माण नेशनल बिल्डिंग्स कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन लि. (एनबीसीसी) के जरिए किया जाएगा। कस्तूरबा नगर, त्यागराज नगर, श्रीनिवासपुरी व मोहम्मदपुर की आवासीय कालोनियों में केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के जरिए पुनर्विकास को मंजूरी दी गई है। केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने यह जानकारी दी। बकौल प्रसाद दिल्ली में कर्मचारियों के लिए आवास की कमी की प्राय: शिकायत की जाती है। मंत्रिमंडल ने सात जगहों पर आवासीय कॉलोनी के पुनर्निर्माण का फैसला किया है।

इस पर कुल 32,835 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। पुनर्निर्माण, पुनरुद्धार व नए निर्माण के बाद आवासों की संख्या 12,970 से बढ़कर 25,667 हो जाएगी। इससे उन सरकारी कर्मचारियों को मदद मिलेगी जो सरकारी आवास के लिए लंबे समय तक इंतजार करते रहते हैं। योजना के तहत 7.49 लाख वर्ग मीटर में बने टाइप एक से चार की आवासीय इकाइयों को करीब 29.18 लाख वर्ग मीटर निर्मित क्षेत्र में टाइप दो से छह की आवासीय इकाइयों में पुनर्निर्माण किया जाएगा। परियोजना के तहत नेताजी नगर में 2.42 लाख वर्ग मीटर में सरकारी कार्यालय सुविधाओं को भी विकसित किया जाएगा। परियोजना की अनुमानित लागत 32,835 करोड़ रुपए है। जिसमें तीस साल के लिए रखरखाव व परिचालन लागत शामिल हैं और इसे चरणबद्ध तरीके से 5 साल में पूरा किया जाएगा।

योजना का क्रियान्वयन स्व वित्तपोषण के आधार पर होगा। जिसमें रिंग रोड के साथ नौरोजी नगर और सरोजनी नगर के एक हिस्से में निर्मित वाणिज्यिक क्षेत्र की बिक्री की जाएगी। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने यह प्रस्ताव मंत्रिमंडल को भेजा था। मंत्रालय ने सरकारी आवासों की संख्या बढ़ने के इरादे से पुरानी कालोनियों को नए सिरे से विकसित करने का प्रस्ताव किया था ताकि दिल्ली के 2021 की मास्टर योजना के मुताबिक उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम इस्तेमाल किया जा सके। साथ ही हरित भवन निर्माण नियमों के साथ ही इनमें ठोस-तरल अपशिष्ट की प्रबंधन सुविधाओं को विकसित किया जा सके।

The post दिल्ली में सात कॉलोनियों का होगा पुनर्विकास, खत्म होगी आवासों की समस्या appeared first on Jansatta.


Read more: दिल्ली में सात कॉलोनियों का होगा पुनर्विकास, खत्म होगी आवासों की समस्या