नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी की तरफ से केंद्र पर बोले गए ताजा हमले में सरकार के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार का जिक्र न होने पर सुबह सियासी हलकों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। कहा जा रहा है कि सरकार गिरफ्तारी के बाद उनसे 'सेफ डिस्टेंस' मेंटेन कर रही है। ऐसी चर्चाओं की एक वजह बताई जा रही है कि सरकार की तरफ से सुबह जारी विज्ञापन 'दिल्ली वासियों के खिलाफ फैसले क्यों?' में राजेंद्र कुमार वाले केस का जिक्र तक नहीं है।
दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल के पंजाब से लौटने के बाद राजेंद्र कुमार के पक्ष में कोई बयान या ट्वीट नहीं आया है। हालांकि, पार्टी के नेता इससे इत्तफाक नहीं रखते। उनका कहना है कि राजेंद्र कुमार से किनारा नहीं किया गया है। AAP प्रवक्ता आशुतोष ने कहा कि 'दिल्ली में अफसरों की कमी है, उन्हें लगातार हटाया जा रहा है, यह दिल्ली को अनसेटल करने की साजिश है। राजेंद्र कुमार पर भी हमारा वही स्टैंड है जो डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा था। सरकार उनके साथ है।'
राजेंद्र कुमार की गिरफ्तारी के वक्त सरकार खुलकर कुमार के समर्थन में खड़ी दिख रही थी। डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया समेत कई नेताओं के बयान आए। सिसोदिया ने तब कहा था कि राजेंद्र कुमार ईमानदार अधिकारी हैं। जिस भी विभाग में उन्होंने काम किया है, वहां के अधिकारी और कर्मचारियों ने कभी उनकी ईमानदारी पर सवाल नहीं उठाया। हम लोग भी उनके साथ काम कर रहे थे। कभी कोई शिकायत नहीं मिली।
केंद्र सरकार निचले स्तर पर उतर आई है। यह दिल्ली सरकार को बदनाम करने की साजिश है। राजेंद्र कुमार की गिरफ्तारी पूरे सीएम दफ्तर को निष्क्रिय बनाने के मकसद से की गई है। यह भी माना जा रहा था कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जब पंजाब से लौटेंगे तो इस मसले को और मजबूती से उठा सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि ऐसा फिलहाल दिख नहीं रहा।
दिल्ली सरकार की ओर से समाचार पत्रों में अधिकारियों के ट्रांसफर की बात कहते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला गया है। इसमें कहीं सीबीआई द्वारा गिरफ्तार राजेंद्र कुमार और अन्य अधिकारियों की बात नहीं है। जानकार मानते हैं कि भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार राजेंद्र कुमार का खुला साथ आने वाले चुनाव में विरोधियों को पार्टी के खिलाफ बोलने का मौका दे सकता है, इसलिए आम आदमी पार्टी इसे ध्यान में रखकर चल रही है। सूत्रों के मुताबिक, सीनियर नेताओं ने फैसला किया है कि अभी कुछ समय तक राजेंद्र कुमार के मुद्दे पर शांत रहा जाए।
आम आदमी पार्टी की तरफ से केंद्र पर बोले गए ताजा हमले में सरकार के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार का जिक्र न होने पर सुबह सियासी हलकों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। कहा जा रहा है कि सरकार गिरफ्तारी के बाद उनसे 'सेफ डिस्टेंस' मेंटेन कर रही है। ऐसी चर्चाओं की एक वजह बताई जा रही है कि सरकार की तरफ से सुबह जारी विज्ञापन 'दिल्ली वासियों के खिलाफ फैसले क्यों?' में राजेंद्र कुमार वाले केस का जिक्र तक नहीं है।
दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल के पंजाब से लौटने के बाद राजेंद्र कुमार के पक्ष में कोई बयान या ट्वीट नहीं आया है। हालांकि, पार्टी के नेता इससे इत्तफाक नहीं रखते। उनका कहना है कि राजेंद्र कुमार से किनारा नहीं किया गया है। AAP प्रवक्ता आशुतोष ने कहा कि 'दिल्ली में अफसरों की कमी है, उन्हें लगातार हटाया जा रहा है, यह दिल्ली को अनसेटल करने की साजिश है। राजेंद्र कुमार पर भी हमारा वही स्टैंड है जो डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा था। सरकार उनके साथ है।'
राजेंद्र कुमार की गिरफ्तारी के वक्त सरकार खुलकर कुमार के समर्थन में खड़ी दिख रही थी। डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया समेत कई नेताओं के बयान आए। सिसोदिया ने तब कहा था कि राजेंद्र कुमार ईमानदार अधिकारी हैं। जिस भी विभाग में उन्होंने काम किया है, वहां के अधिकारी और कर्मचारियों ने कभी उनकी ईमानदारी पर सवाल नहीं उठाया। हम लोग भी उनके साथ काम कर रहे थे। कभी कोई शिकायत नहीं मिली।
केंद्र सरकार निचले स्तर पर उतर आई है। यह दिल्ली सरकार को बदनाम करने की साजिश है। राजेंद्र कुमार की गिरफ्तारी पूरे सीएम दफ्तर को निष्क्रिय बनाने के मकसद से की गई है। यह भी माना जा रहा था कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जब पंजाब से लौटेंगे तो इस मसले को और मजबूती से उठा सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि ऐसा फिलहाल दिख नहीं रहा।
दिल्ली सरकार की ओर से समाचार पत्रों में अधिकारियों के ट्रांसफर की बात कहते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला गया है। इसमें कहीं सीबीआई द्वारा गिरफ्तार राजेंद्र कुमार और अन्य अधिकारियों की बात नहीं है। जानकार मानते हैं कि भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार राजेंद्र कुमार का खुला साथ आने वाले चुनाव में विरोधियों को पार्टी के खिलाफ बोलने का मौका दे सकता है, इसलिए आम आदमी पार्टी इसे ध्यान में रखकर चल रही है। सूत्रों के मुताबिक, सीनियर नेताओं ने फैसला किया है कि अभी कुछ समय तक राजेंद्र कुमार के मुद्दे पर शांत रहा जाए।
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Read more: अब राजेंद्र कुमार से दूरी अपना रही है AAP?