Friday, July 8, 2016

हनी ट्रैप में फंसाकर 9.70 लाख लूटे, गिरफ्तार

नई दिल्ली
नॉर्थ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट में एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश हुआ है जो पहले इंटरनेट पर लड़की बनकर चैटिंग करते, फिर सेक्स के बहाने किराए के कमरे पर बुलाते और इसके बाद दिल्ली पुलिस के नाम पर 'रेड' डालकर ब्लैकमेल करते थे। इस तरह गैंग ने एक निजी एयरलाइंस के पायलट से 9.70 लाख रुपये वसूल लिए। इस गैंग के तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। तीनों पहले होमगार्ड में थे। पुलिस वालों के साथ रहकर ' पुलिसिया अंदाज' सीख गए थे। जिन दो युवतियों को आगे रखकर यह काम किया जाता था वे फरार हैं। इस केस में पुलिस को दोनों युवतियों और एक अन्य आरोपी की तलाश है।

100 से ज्यादा को बनाया शिकार
ये गैंग पायलट को लगातार ब्लैकमेल करके वसूली कर रहा था, जब पायलट को लगने लगा कि आरोपी उसका पीछा नहीं छोड़ेंगे तो पुलिस को खबर की। इस सूचना पर स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर अरुण कुमार की टीम ने आरोपियों को अरेस्ट कर लिया। शुरुआती जांच के आधार पर पुलिस का मानना है कि ये गैंग लगभग 100 लोगों को हनी ट्रैप में फंसाकर भारी रकम वसूल कर चुका है, ये अलग बात है कि लोग शर्म की वजह से शिकायत करने सामने नहीं आए।

डीसीपी (नॉर्थ वेस्ट) विजय सिंह ने बताया कि आरोपियों की पहचान गैंग के मास्टरमाइंड जगतिंद्र सिंह उर्फ जिम्मी (47 साल), जितेंद्र उर्फ प्रिंस ( 32 साल) और सुंदर लाल ( 35 साल) के तौर पर हुई है। इस गैंग ने इंटरनेट पर एक वेबसाइट बनाई हुई थी, जिसके जरिए ज्यादातर समय गैंग के पुरुष ही युवती बनकर चैटिंग करते थे। जो इनके जाल में फंसता, उसे मिलने के लिए युवती के कमरे पर बुला लेते। दोनों के बीच संबंध बनते ही तीनों आरोपी क्राइम ब्रांच के पुलिस कर्मी बनकर रेड डालते। लड़की की मेडिकल जांच कराने का नाटक करते। वे बलात्कार का इल्जाम लगाते तो लड़की भी उनकी हां में हां मिलाती। इस तरह जिससे जो रकम मिलती, वसूल लेते। आरोप है कि पायलट से मोटी रकम वसूलने के बाद भी दस लाख की मांग और कर रहे थे। उन्हें धमकाया जा रहा था कि लड़की नहीं मान रही है और वह मुकदमा दर्ज कराने के लिए दबाव डाल रही है। पायलट की शिकायत पर बीती 16 मार्च को मौर्या एन्क्लेव थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।


Read more: हनी ट्रैप में फंसाकर 9.70 लाख लूटे, गिरफ्तार