कांग्रेस ने आज कहा कि केंद्र सरकार के कर्मचारी ‘नाकाफी’ वेतन वृद्धि को लेकर निराश हैं और देश के रक्षा कर्मियों के लिए यह केवल एक ‘जुमला’ है जो खुद को ‘ठगा और उपेक्षित’ महसूस कर रहे हैं। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि केंद्र सरकार के 98 लाख कर्मचारी मोदी सरकार द्वारा की गई वेतन एवं भत्तों में नाकाफी वृद्धि से निराश महसूस कर रहे हैं। यह ऐसे समय पर किया गया है जब महंगाई चरम पर है और दामों में हर तरफ से वृद्धि हो रही है।
उन्होंने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे रक्षा बलों के लिए वन रैंक वन पेंशन का तथा अन्य मुद्दों के हल का वादा किया था। अब सशस्त्र बलों के कर्मियों को अहसास हुआ है कि यह पूरी कवायद केवल एक ‘जुमला’ थी। सुरजेवाला ने कहा ‘‘मोदी सरकार ने सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने में हमारे सैन्य बलों के साथ तुच्छ व्यवहार किया है। स्वाभाविक है कि हमारे रक्षा कर्मी खुद को ठगा एवं उपेक्षित महसूस कर रहे हैं और उनमें भारी असंतोष है।’’
उन्होंने दावा किया कि यह वेतन वृद्धि पिछले सात दशकों में सबसे कम है। उन्होंने कहा कि सरकार वेतन एवं भत्तों में मूल वेतन पर 23.5 फीसदी की दावा कर रही है जबकि यह वृद्धि केवल 15 फीसदी है। सुरजेवाला ने कहा कि छठें वेतन आयोग ने वेतन एवं भत्तों में 20 फीसदी वृद्धि की सिफारिश की थी लेकिन तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इसे 40 फीसदी कर दिया था। सातवें वेतन आयोग ने 14.29 फीसदी वृद्धि की सिफारिश की और मोदी सरकार ने केवल 15 फीसदी की वृद्धि ही की।’’
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