
आपदा ने जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया अचानक जिंदगी थम-सी गई तब एहसास हुआ कि शायद हम अपने प्रति ही पर्याप्त सजग नहीं रहे। अब समय है कि हम समझें कि जितनी चिंता हमें अपनों की करनी है और उनके प्रति जिम्मेदारी निभानी है।
Read more:
खुद का खयाल, खुद से प्यार के क्या हैं मायने और इसके लिए किन बातों का रखना होगा ध्यान?