नई दिल्ली
25 दिसंबर को बवाना इलाके में फिल्मी अंदाज में हुए गैंगवार के मुख्य शार्प शूटर दीपक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दिलचस्प यह है कि दीपक एक बार फिर गुरुवार की सुबह बवाना के उसी दुष्यंत उर्फ मोनू का मर्डर करने का पक्का इरादा बना कर आया था लेकिन पुलिस ने मंसूबों पर पानी फेर दिया। दुष्यंत उर्फ मोनू भी घोषित अपराधी है। तिहाड़ में बंद हितेश उर्फ हैप्पी से काफी समय से गैंगवार चल रहा है। मोनू को मारने के लिए कई बार दूसरे गुट ने गोलियां मारीं। उसके जिस्म में अभी तक एक दर्जन गोलियां लग चुकी हैं।
25 दिसंबर को भी दो गोली लगीं। मगर जान बच गई। उससे पहले 26 मई की सुबह जिम में घुसकर मोनू पर करीब पांच राउंड गोलियां चलाई थीं, जिसमें मोनू के हाथ और पैर में तीन गोली लगी थी। इसका भी सीसीटीवी विडियो वायरल हुआ था।
पुलिस अफसरों के मुताबिक, एसीपी सौरभ चंद्रा, एसएचओ धरम देव और चौकी इन्चार्ज अजय कुमार और उनकी टीम ने 25 दिसंबर को हुई गैंगवार के मुख्य आरोपी को ट्रैप लगाकर गिरफ्तार किया। आरोपी बवाना के बाजितपुर के ठाकरान निवासी हर्ष उर्फ दीपक उर्फ जॉनी है। यह वही शार्प शूटर है, जिसने अन्य गुर्गों को साथ लेकर 25 दिसंबर को दुष्यंत उर्फ मोनू पर स्विफ्ट कार से एकदम फिल्मी स्टंट करते हुए टक्कर मारी। इसके बाद हवा में उछलते हुए मोनू स्कूटी समेत साइड में गिर गया था। कार से निकलकर दीपक और अन्य शार्प शूटर ने मोनू पर दनादन गोलियां दागीं।
मोनू बचते हुए एक घर में घुसा। तब तक दो गोलियां उसे लग चुकी थीं। शार्प शूटर दीपक समेत सभी हमलावर अपनी कार में फरार हो गए थे। गैंगवार में यह हमला सीसीटीवी में कैद हुआ, जिसके बाद तेजी से वायरल हुआ था। दीपक के खिलाफ कोर्ट ने एनबीडब्ल्यू जारी किया हुआ है। इस पर पहले से आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस अफसरों के मुताबिक, हैप्पी और मोनू पर कई मामले दर्ज हैं। हैपी और उसके भाई पिछले कुछ समय से तिहाड़ जेल में बंद हैं जबकि मोनू कुछ समय पहले ही तिहाड़ जेल से जमानत पर बाहर आया था। जांच में सामने आया है कि हैप्पी ने ही गुर्गों को मोनू को इस बार हर हालत में खत्म करने को कहा था। 25 दिसंबर को हमले के लिए हमलावरों ने एक दिन पहले केएन काटजू से वो कार लूटी थी।
25 दिसंबर को बवाना इलाके में फिल्मी अंदाज में हुए गैंगवार के मुख्य शार्प शूटर दीपक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दिलचस्प यह है कि दीपक एक बार फिर गुरुवार की सुबह बवाना के उसी दुष्यंत उर्फ मोनू का मर्डर करने का पक्का इरादा बना कर आया था लेकिन पुलिस ने मंसूबों पर पानी फेर दिया। दुष्यंत उर्फ मोनू भी घोषित अपराधी है। तिहाड़ में बंद हितेश उर्फ हैप्पी से काफी समय से गैंगवार चल रहा है। मोनू को मारने के लिए कई बार दूसरे गुट ने गोलियां मारीं। उसके जिस्म में अभी तक एक दर्जन गोलियां लग चुकी हैं।
25 दिसंबर को भी दो गोली लगीं। मगर जान बच गई। उससे पहले 26 मई की सुबह जिम में घुसकर मोनू पर करीब पांच राउंड गोलियां चलाई थीं, जिसमें मोनू के हाथ और पैर में तीन गोली लगी थी। इसका भी सीसीटीवी विडियो वायरल हुआ था।
पुलिस अफसरों के मुताबिक, एसीपी सौरभ चंद्रा, एसएचओ धरम देव और चौकी इन्चार्ज अजय कुमार और उनकी टीम ने 25 दिसंबर को हुई गैंगवार के मुख्य आरोपी को ट्रैप लगाकर गिरफ्तार किया। आरोपी बवाना के बाजितपुर के ठाकरान निवासी हर्ष उर्फ दीपक उर्फ जॉनी है। यह वही शार्प शूटर है, जिसने अन्य गुर्गों को साथ लेकर 25 दिसंबर को दुष्यंत उर्फ मोनू पर स्विफ्ट कार से एकदम फिल्मी स्टंट करते हुए टक्कर मारी। इसके बाद हवा में उछलते हुए मोनू स्कूटी समेत साइड में गिर गया था। कार से निकलकर दीपक और अन्य शार्प शूटर ने मोनू पर दनादन गोलियां दागीं।
मोनू बचते हुए एक घर में घुसा। तब तक दो गोलियां उसे लग चुकी थीं। शार्प शूटर दीपक समेत सभी हमलावर अपनी कार में फरार हो गए थे। गैंगवार में यह हमला सीसीटीवी में कैद हुआ, जिसके बाद तेजी से वायरल हुआ था। दीपक के खिलाफ कोर्ट ने एनबीडब्ल्यू जारी किया हुआ है। इस पर पहले से आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस अफसरों के मुताबिक, हैप्पी और मोनू पर कई मामले दर्ज हैं। हैपी और उसके भाई पिछले कुछ समय से तिहाड़ जेल में बंद हैं जबकि मोनू कुछ समय पहले ही तिहाड़ जेल से जमानत पर बाहर आया था। जांच में सामने आया है कि हैप्पी ने ही गुर्गों को मोनू को इस बार हर हालत में खत्म करने को कहा था। 25 दिसंबर को हमले के लिए हमलावरों ने एक दिन पहले केएन काटजू से वो कार लूटी थी।
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