
सरकारी बैंक कर्मियों की हड़ताल के दूसरे दिन भी काफी काम प्रभावित हुआ। बैंकों के बाहर सन्नाटा पसरा रहा। नकदी की किल्लत में लोग दूसरे बैंकों के एटीएम पर नकदी निकालने पहुंचे। जिसके लिए उन्हें अलग से भुगतान करना पड़ा। ज्ञात हो कि महीने में दो या तीन बार भी उपभोक्ता अन्य बैंक के एटीएम से नकदी निकाल सकता है, इससे अधिक बार निकालने पर उसे इसका भुगतान करना पड़ता है। महीने का आखिरी दिन होने के कारण कई लोगों के बैंक खाते में तनख्वाह आ गई, लेकिन हड़ताल होने के कारण वे उसे निकाल पाने में असमर्थ थे। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि शुक्रवार को बैंक खुलते ही लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो जाएगी। इससे बैंकों में नकदी को लेकर समस्या आ सकती है। दो दिन की हड़ताल के चलते व्यापारियों को रुपयों के लेन-देन में काफी नुकसान झेलना पड़ा।
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सरकारी बैंकों की हड़ताल के चलते हुआ लाखों का घाटा