Saturday, July 29, 2017

JNUSU प्रेजिडेंट नहीं है स्टूडेंट : जेएनयू

नई दिल्ली
जेएनयू में स्टूडेंट्स और प्रशासन के बीच की लड़ाई और तेज हो गई है। शुक्रवार सुबह जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन (जेएनयूएसयू) के चारों मेंबर्स जब प्रशासन के दिए वक्त पर मीटिंग के लिए पहुंचे तो जेएनयूएसयू के प्रेजिडेंट मोहित पांडे को सिक्युरिटी गार्ड्स ने एडमिनिस्ट्रेशन बिल्डिंग में घुसने से रोक दिया। प्रशासन का कहना है कि आज की तारीख में मोहित यूनिवर्सिटी के रजिस्टर्ड स्टूडेंट नहीं हैं। इसके बाद बाकी यूनियन मेंबर्स ने जेएनयू अधिकारियों से मिलने से इनकार कर दिया।

जेएनयूएसयू के प्रेजिडेंट मोहित पांडे पीएचडी स्टूडेंट हैं और प्रशासन ने मॉनसून सेमेस्टर के लिए उनका रजिस्ट्रेशन यह कहते हुए नहीं होने दिया कि उन्होंने चीफ प्रॉक्टर के आदेश के तहत अब तक वॉयलेशन के एक मामले में फाइन नहीं भरा है। फाइन की आखिरी तारीख 26 जुलाई थी। मोहित का कहना है कि फिरौती की तरह मांगे जा रहे फाइन वो नहीं भरेंगे। नजीब अहमद मामले में ऐड ब्लॉक पर हंगामे का दोषी मानते हुए चीफ प्रॉक्टर ने उन पर 20 हजार रुपये का फाइन लगाया है। मोहित बताते हैं, मुझे पर 6 और जांच चल रही हैं, 2 एफआईआर भी है। स्टूडेंट्स का कहना है कि रजिस्ट्रेशन ब्लॉक करना प्रॉक्टोरिल रूल्स का हिस्सा नहीं है। फाइन को लेकर कुछ स्टूडेंट्स कोर्ट भी गए हैं।

मोहित का कहना है कि शुक्रवार सुबह ही हमें अपॉइंटमेंट की जानकारी दी गई। कई बार कहने के बाद वीसी ने मिलने तो बुलाया मगर मुझे सिक्यॉरिटी गार्ड्स ने घुसने नहीं दिया। उनका आरोप है कि उनके साथ गलत बर्ताव किया गया। यूनियन की जनरल सेक्रेटरी सतरूपा चक्रवर्ती का कहना है, यह उत्पीड़न है। प्रशासन तय नहीं करेगा कि स्टूडेंट्स का प्रतिनिधि कौन होगा। यूनियन किसी भी उस मीटिंग में नहीं जाएगी, जहां यूनियन प्रेजिडेंट को नहीं बुलाया जाएगा। इसके बाद यूनियन ने प्रशासन को अपनी मांगें लेटर के जरिए दी।

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