Wednesday, February 3, 2021

पंजाब से आई 40 वकीलों की टीम, कहा- हम फ्री में लड़ेंगे किसानों का केस

टीकरी बॉर्डर
टीकरी बॉर्डर (Farmer's protest on tikri border) पर बुधवार को पंजाब से 40 वकीलों का एक समूह किसान नेताओं से मिलने पहुंचा। इन वकीलों ने कहा कि वह मुफ्त में किसानों का केस लड़ेंगे। इसके लिए वकीलों ने यहां मौजूद किसान नेताओं से बात की। वकीलों ने कहा कि हम किसानों के साथ हैं (Lawyers to help farmers), उनकी हर संभव मदद करेंगे। हम अभी पूरी जानकारी जुटा रहे हैं, किसानों पर किन-किन धाराओं में और कुल कितने किसानों पर केस रजिस्टर्ड हैं, कितने किसान जेल में बंद हैं। पूरी जानकारी प्राप्त करने के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे।


कृषि किसान यूनियन के युवा नेता साहिल ने बताया कि इस आंदोलन को अब समाज के हर तबके का सहयोग मिल रहा है। पहले से यहां डॉक्टरों की टीम मुफ्त में किसानों का इलाज कर रही है। जिसके बाद लंगर भी जारी है। अब वकील भी काफी तादाद में किसान नेताओं से मिलने के लिए पहुंच रहे हैं। 26 जनवरी की किसान रैली के बाद काफी तादाद में किसानों पर मुकदमा दर्ज करने का सिलसिला जारी है। कई किसान जेल में बंद हैं। ऐसे में इन्हें कानूनी सलाह देने, केस लड़ने और इंसाफ दिलाने के लिए पंजाब से 40 वकीलों की एक टीम ने बॉर्डर पहुंचकर डिटेल में पूरी जानकारी ली है। वकीलों का कहना था कि वह हक की लड़ाई में किसानों के साथ हैं और उनके साथ नाइंसाफी नहीं होने देंगे।


नुकीली कीलों से भड़के किसान
टीकरी बॉर्डर पर नुकीली कीलें लगाए जाने और बौरिकेडिंग को लेकर किसानों में काफी नाराजगी है। उनका सवाल है कि पुलिस ऐसा क्यों कर रही है? ऐसा इंतजाम तो अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर भी नहीं होता। सरकार ऐसा कर हमें दबाना चाहती है। सरकार के इस रवैये के बाद से कई राज्यों के किसान लगातार हमसे जुड़ रहे हैं। किसान नेताओं ने कहा कि हम संसद घेरने के लिए आगे बढ़ना चाहेंगे तो ये बैरिकेड हमें रोक नहीं पाएंगे। इंटरनेट सेवा भी यहां बिल्कुल ठप है। जरूरी सूचनाएं भी लोगों तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं। ट्विटर से किसान आंदोलन के अकाउंट बंद करवा दिए गए हैं। लोकतंत्र में हमारी आवाज को दबाया जा रहा है। इन तमाम दबावों के बावजूद हमारा प्रोटेस्ट जारी रहेगा।

दूसरी ओर, 6 फरवरी को चक्का जाम के ऐलान के बाद किसानों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसको लेकर मंगलवार को टीकरी बॉर्डर पर किसान नेताओं की बैठक भी हुई। सभी ने चक्का जाम को सफल बनाने के लिए आगे की रणनीति बनाई।


25 से ज्यादा खाप पंचायतों का समर्थन
टीकरी पर बैठे किसानों को 25 से ज्यादा खाप पंचायतों का समर्थन मिला है। इन खापों से जुड़े किसान आंदोलन में पहुंचे और धरने पर बैठे किसानों को अपना समर्थन दिया। खाप पंचायतों से जुड़े किसानों ने कहा कि देश की सेवा में हमारी अहम भागीदारी है। हम देश की रक्षा के साथ-साथ देश के लोगों के लिए अन्न भी उगाते हैं। इसके बावजूद सरकार हमारे साथ अन्याय कर रही है। किसान सोशल आर्मी के संस्थापक अनूप सिंह चानौत ने कहा की 6 फरवरी को हम पूरी तरह से चक्का जाम कर देंगे। चक्का जाम को सफल बनाने के लिए हम रूपरेखा तय कर रहे हैं और लोगों की जिम्मेदारियां तय कर रहे हैं।



मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।


Read more: पंजाब से आई 40 वकीलों की टीम, कहा- हम फ्री में लड़ेंगे किसानों का केस