ऐसे ही पहाड़गंज और करोल बाग के छोले भटूरे हो या फिर फिर छोले कुल्चे लोग दूर-दूर से खाने आते हैं। लेकिन देखने में आता है कि स्वाद के शौकीनों को अलग-अलग पकवानों के लिए अलग-अलग मार्केट में जाना पड़ता है।
Read more: दिल्ली में अब एक ही जगह मिल सकेंगे करोल बाग के छोले-भटूरे और चांदनी चौक की जलेबी