नई दिल्ली
लापता बच्चों को तलाशकर उन्हें सुरक्षित उनके परिवार तक पहुंचाने के लिए दिल्ली पुलिस के द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशनल मिलान के तहत दिल्ली पुलिस की मेट्रो यूनिट ने एक बार फिर जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए 6 और लापता बच्चों को तलाशकर उन्हें उनके परिवारों तक पहुंचाया। दिसंबर से अब तक यह यूनिट 20 से ज्यादा लापता बच्चों का पता लगाकर उन्हें उनके परिवारों तक पहुंचा चुकी है। इस काम में आईएनए मेट्रो पुलिस स्टेशन के एसएचओ और मेट्रो यूनिट के स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज इंस्पैक्टर अजय कुमार और महिला हवलदार सीमा की भूमिका सबसे अहम रही हैं, जो निजी स्तर पर लापता बच्चों को तलाशने के लिए ऐढ़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। उसी का नतीजा है कि इस टीम ने मिलकर 6 और लापता बच्चों को तलाशने में सफलता हासिल की है।
डीसीपी (मेट्रो) जितेंद्र मणि ने बताया कि हाल ही में जिन 6 लापता बच्चों को ढूंढा गया, उनमें अलीपुर से लापता 14 साल का नीरज, मोती नगर से लापता हुआ 2 साल का बच्चा मोहम्मद इमरान, प्रेम नगर से लापता डेढ़ साल का आयुष और 10 साल का रघुबीर, धूलसिरसपुर गांव से लापता हुआ 8 साल का देवराज और 13 साल की ज्योति शामिल हैं। इन बच्चों के लापता होने के बाद इनके परिजनों ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर अलीपुर, मोती नगर, प्रेम नगर और द्वारका सेक्टर-23 थानों में अपहरण के मामले दर्ज किए गए थे। ये सभी बच्चे 10 जनवरी से 20 जनवरी के बीच गुम हुए थे।
लोकल पुलिस के साथ-साथ ऑपरेशन मिलाप को अंजाम देने में जुटी मेट्रो यूनिट की स्पेशल टीम भी इन बच्चों का पता लगाने में जुट गई। इंस्पैक्टर अजय कुमार के नेतृत्व में हवलदार सीमा ने लोकल लेवल पर जांच पड़ताल करने और टेक्निकल सर्विलांस के आदि के माध्यम से इन बच्चों के बारे में सुराग जुटाए और उन्हें सुरक्षित बरामद कर लिया।
लापता बच्चों को तलाशकर उन्हें सुरक्षित उनके परिवार तक पहुंचाने के लिए दिल्ली पुलिस के द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशनल मिलान के तहत दिल्ली पुलिस की मेट्रो यूनिट ने एक बार फिर जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए 6 और लापता बच्चों को तलाशकर उन्हें उनके परिवारों तक पहुंचाया। दिसंबर से अब तक यह यूनिट 20 से ज्यादा लापता बच्चों का पता लगाकर उन्हें उनके परिवारों तक पहुंचा चुकी है। इस काम में आईएनए मेट्रो पुलिस स्टेशन के एसएचओ और मेट्रो यूनिट के स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज इंस्पैक्टर अजय कुमार और महिला हवलदार सीमा की भूमिका सबसे अहम रही हैं, जो निजी स्तर पर लापता बच्चों को तलाशने के लिए ऐढ़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। उसी का नतीजा है कि इस टीम ने मिलकर 6 और लापता बच्चों को तलाशने में सफलता हासिल की है।
डीसीपी (मेट्रो) जितेंद्र मणि ने बताया कि हाल ही में जिन 6 लापता बच्चों को ढूंढा गया, उनमें अलीपुर से लापता 14 साल का नीरज, मोती नगर से लापता हुआ 2 साल का बच्चा मोहम्मद इमरान, प्रेम नगर से लापता डेढ़ साल का आयुष और 10 साल का रघुबीर, धूलसिरसपुर गांव से लापता हुआ 8 साल का देवराज और 13 साल की ज्योति शामिल हैं। इन बच्चों के लापता होने के बाद इनके परिजनों ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर अलीपुर, मोती नगर, प्रेम नगर और द्वारका सेक्टर-23 थानों में अपहरण के मामले दर्ज किए गए थे। ये सभी बच्चे 10 जनवरी से 20 जनवरी के बीच गुम हुए थे।
लोकल पुलिस के साथ-साथ ऑपरेशन मिलाप को अंजाम देने में जुटी मेट्रो यूनिट की स्पेशल टीम भी इन बच्चों का पता लगाने में जुट गई। इंस्पैक्टर अजय कुमार के नेतृत्व में हवलदार सीमा ने लोकल लेवल पर जांच पड़ताल करने और टेक्निकल सर्विलांस के आदि के माध्यम से इन बच्चों के बारे में सुराग जुटाए और उन्हें सुरक्षित बरामद कर लिया।
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Read more: 'ऑपरेशन मिलाप' के जरिए 6 और बच्चों को उनके परिवार से मिलवाया