नई दिल्ली
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में बिगड़ी स्थिति को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने घर पर एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई। इसमें फैसला लिया गया कि दिल्ली में सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती की जाएगी। सुरक्षा बलों की 15 और कंपनियां तैनात की जाएंगी।
सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्री ने लाल किले पर झंडा फहराने की घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए दिल्ली पुलिस कमिश्नर से जवाब तलब किया है। ऐसे हालात फिर से न हों इसके निर्देश भी दिए। इस घटना को पुलिस और खुफिया एजेंसी की चूक माना जा रहा है। राजधानी में हालात को कंट्रोल करने के लिए गृह मंत्रालय के आदेश पर दिल्ली के प्रदर्शन वाले और उसके आसपास के इलाकों में 26 जनवरी की रात 12 बजे तक अस्थायी तौर पर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। पुलिस, सुरक्षा बल और खुफिया एजेंसी की हालात पर नजर है।
अमित शाह ने मांगी रिपोर्ट
दिल्ली में हालात और किसान आंदोलन को कैसे संभाला जाए, इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने घर पर गृह सचिव, आईबी के अधिकारियों और दिल्ली पुलिस के कमिश्नर के साथ मीटिंग की। मीटिंग में अमित शाह ने राजधानी के हालात की रिपोर्ट मांगी। मीटिंग में आज की स्थिति और 1 फरवरी को किसानों के संसद मार्ग कूच करने की घोषणा से निबटने के लिए इंतजामों पर भी चर्चा की गई।
इंटरनेट किए गए बंद
स्थिति और अफवाहों पर नियंत्रण के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिया कि वे सिंघु बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर, नांगलोई, गाजीपुर बॉर्डर, मुकरबा चौक और आसपास के इलाकों में अस्थायी तौर पर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी जाएं। इसके बाद राजधानी के इन इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं।
पहले से 4500 कर्मी हैं तैनात
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में संवेदनशील जगहों पर अतिरिक्त संख्या में अर्द्धसैनिक बलों को तैनात किया जाएगा। कितनी संख्या में अर्द्धसैनिक बलों को तैनात किया जा रहा है, इसकी पुख्ता जानकारी नहीं है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि करीब 1,500 से 2,000 कर्मियों (15-20 कंपनियों) को तैनात किया जाएगा। गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर राजधानी में पहले से अर्द्धसैनिक बलों के करीब 4,500 कर्मी तैनात हैं।
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में बिगड़ी स्थिति को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने घर पर एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई। इसमें फैसला लिया गया कि दिल्ली में सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती की जाएगी। सुरक्षा बलों की 15 और कंपनियां तैनात की जाएंगी।
सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्री ने लाल किले पर झंडा फहराने की घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए दिल्ली पुलिस कमिश्नर से जवाब तलब किया है। ऐसे हालात फिर से न हों इसके निर्देश भी दिए। इस घटना को पुलिस और खुफिया एजेंसी की चूक माना जा रहा है। राजधानी में हालात को कंट्रोल करने के लिए गृह मंत्रालय के आदेश पर दिल्ली के प्रदर्शन वाले और उसके आसपास के इलाकों में 26 जनवरी की रात 12 बजे तक अस्थायी तौर पर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। पुलिस, सुरक्षा बल और खुफिया एजेंसी की हालात पर नजर है।
अमित शाह ने मांगी रिपोर्ट
दिल्ली में हालात और किसान आंदोलन को कैसे संभाला जाए, इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने घर पर गृह सचिव, आईबी के अधिकारियों और दिल्ली पुलिस के कमिश्नर के साथ मीटिंग की। मीटिंग में अमित शाह ने राजधानी के हालात की रिपोर्ट मांगी। मीटिंग में आज की स्थिति और 1 फरवरी को किसानों के संसद मार्ग कूच करने की घोषणा से निबटने के लिए इंतजामों पर भी चर्चा की गई।
इंटरनेट किए गए बंद
स्थिति और अफवाहों पर नियंत्रण के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिया कि वे सिंघु बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर, नांगलोई, गाजीपुर बॉर्डर, मुकरबा चौक और आसपास के इलाकों में अस्थायी तौर पर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी जाएं। इसके बाद राजधानी के इन इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं।
पहले से 4500 कर्मी हैं तैनात
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में संवेदनशील जगहों पर अतिरिक्त संख्या में अर्द्धसैनिक बलों को तैनात किया जाएगा। कितनी संख्या में अर्द्धसैनिक बलों को तैनात किया जा रहा है, इसकी पुख्ता जानकारी नहीं है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि करीब 1,500 से 2,000 कर्मियों (15-20 कंपनियों) को तैनात किया जाएगा। गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर राजधानी में पहले से अर्द्धसैनिक बलों के करीब 4,500 कर्मी तैनात हैं।
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Read more: दिल्ली में 4500 सुरक्षाबल तैनात, लगाए जाएंगे 1500 और अर्ध सैनिक