घड़ौली गांव स्थित सपेरा बस्ती को बसे कई सौ वर्ष हो गए हैं। कर्मवीर नाथ ने बताया कि उनके दादा परदादा बताते थे कि वह लोग राजस्थान से आए थे। पहले वह सांप का खेल दिखाकर जीवनयापन करते थे लेकिन अब सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया है।
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