Monday, November 2, 2020

कूड़ा के ढेर में भविष्य नहीं अब अपने पैरों पर खड़े होने का गुर सिख रहे हैं रैगपीकर बच्चे

दिल्ली कैंट के एक चौराहे पर खिलौना बेच रहे अमित के माता पिता बताते हैं कि पहले की तुलना में अब गाड़ियां ज्यादा देर तक रुक रहीं हैं इसलिए उनके सामान की बिक्री भी पहले से ज्यादा हो रही है।
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