शंकर सिंह
नई दिल्ली: केंद्रीय जांच एजेंसियों से लेकर क्राइम ब्रांच मरकज की जांच में जुटी हुई हैं। तफ्तीश के दौरान मार्च के महीने में करीब 16500 जमातियों के मरकज में होने की बात सामने आई है। इन सभी को खोजने की कोशिश की जा रही है। रोजाना नई-नई बातें लीक कर जांच जारी होने के संकेत दिए जाते हैं। लेकिन दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच चार नोटिस भेजने के बाद अब तक तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना मोहम्मद साद तक नहीं पहुंच सकी है।
जबकि मौलाना ने कहा है कि सभी उनकी लोकेशन से परिचित हैं, इसलिए जब उनको जांच में शामिल होने के लिए कहा जाएगा तो वो पेश हो जाएंगे। क्राइम ब्रांच ने निजामुद्दीन पुलिस थाने के बयान पर 31 मार्च को साद समेत 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद गैर इरादतन हत्या और गैर इरादतन हत्या के प्रयास की धाराएं भी जोड़ी गईं।
मौलाना के 3 बेटों से लगातार पूछताछ की जा रही है। भांजे और 2 करीबियों को भी खंगाला जा चुका है। सूत्रों ने बताया कि क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को मौलाना के मंझले बेटे सईद से पूछताछ की और उससे मरकज का कामकाज देखने वाले 20 कर्मचारियों के बारे में जानकारी हासिल की। केस दर्ज होने के बाद ये सभी कर्मचारी गायब बताए जा रहे हैं। यह जानकारी मरकज के ट्रैवल एजेंट ने पूछताछ के दौरान दी थी। पुलिस ने सईद को हिदायत दी है कि वह पिता साद से सरकारी अस्पताल से कोरोना टेस्ट कराकर उसकी रिपोर्ट जल्दी भेजे। पुलिस अब तक साद के नाम पर चार नोटिस भेज चुकी है, जिनके उसे अधूरे जवाब मिले हैं।
इतना कुछ होने के बावजूद अभी तक क्राइम ब्रांच ने साद को तफ्तीश में शामिल होने के लिए क्यों नहीं कहा? मरकज में रहे उनके तीनों बेटों और उनके करीबियों से क्राइम ब्रांच पूछताछ कर रही है, क्या इन सभी का सरकारी अस्पतालों में टेस्ट कराया गया था? ऐसे कई सवालों के जवाब क्राइम ब्रांच को देने हैं, जो फिलहाल हाई-प्रोफाइल केस होने से चुप्पी साधे है।
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि एक बार कड़ियों को जोड़ लें, साइंटिफिक और टेक्निकल एविडेंस इकट्ठे कर लिए जाएं। इसके बाद ऊपर से हरी झंडी मिलने के बाद मौलाना को तफ्तीश जॉइन करने के लिए नोटिस भेजा जाएगा। इस दौरान अगर मौलाना के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए तो गिरफ्तारी की जाएगी। इसमें कितना समय लगेगा, इसका जवाब कोई नहीं दे पा रहा है।
नई दिल्ली: केंद्रीय जांच एजेंसियों से लेकर क्राइम ब्रांच मरकज की जांच में जुटी हुई हैं। तफ्तीश के दौरान मार्च के महीने में करीब 16500 जमातियों के मरकज में होने की बात सामने आई है। इन सभी को खोजने की कोशिश की जा रही है। रोजाना नई-नई बातें लीक कर जांच जारी होने के संकेत दिए जाते हैं। लेकिन दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच चार नोटिस भेजने के बाद अब तक तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना मोहम्मद साद तक नहीं पहुंच सकी है।
जबकि मौलाना ने कहा है कि सभी उनकी लोकेशन से परिचित हैं, इसलिए जब उनको जांच में शामिल होने के लिए कहा जाएगा तो वो पेश हो जाएंगे। क्राइम ब्रांच ने निजामुद्दीन पुलिस थाने के बयान पर 31 मार्च को साद समेत 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद गैर इरादतन हत्या और गैर इरादतन हत्या के प्रयास की धाराएं भी जोड़ी गईं।
मौलाना के 3 बेटों से लगातार पूछताछ की जा रही है। भांजे और 2 करीबियों को भी खंगाला जा चुका है। सूत्रों ने बताया कि क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को मौलाना के मंझले बेटे सईद से पूछताछ की और उससे मरकज का कामकाज देखने वाले 20 कर्मचारियों के बारे में जानकारी हासिल की। केस दर्ज होने के बाद ये सभी कर्मचारी गायब बताए जा रहे हैं। यह जानकारी मरकज के ट्रैवल एजेंट ने पूछताछ के दौरान दी थी। पुलिस ने सईद को हिदायत दी है कि वह पिता साद से सरकारी अस्पताल से कोरोना टेस्ट कराकर उसकी रिपोर्ट जल्दी भेजे। पुलिस अब तक साद के नाम पर चार नोटिस भेज चुकी है, जिनके उसे अधूरे जवाब मिले हैं।
इतना कुछ होने के बावजूद अभी तक क्राइम ब्रांच ने साद को तफ्तीश में शामिल होने के लिए क्यों नहीं कहा? मरकज में रहे उनके तीनों बेटों और उनके करीबियों से क्राइम ब्रांच पूछताछ कर रही है, क्या इन सभी का सरकारी अस्पतालों में टेस्ट कराया गया था? ऐसे कई सवालों के जवाब क्राइम ब्रांच को देने हैं, जो फिलहाल हाई-प्रोफाइल केस होने से चुप्पी साधे है।
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि एक बार कड़ियों को जोड़ लें, साइंटिफिक और टेक्निकल एविडेंस इकट्ठे कर लिए जाएं। इसके बाद ऊपर से हरी झंडी मिलने के बाद मौलाना को तफ्तीश जॉइन करने के लिए नोटिस भेजा जाएगा। इस दौरान अगर मौलाना के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए तो गिरफ्तारी की जाएगी। इसमें कितना समय लगेगा, इसका जवाब कोई नहीं दे पा रहा है।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Read more: मौलाना साद तक क्यों नहीं पहुंच पा रही क्राइम ब्रांच?