Tuesday, March 31, 2020

कन्या पूजन में प्रसाद छत पर या दरवाजे पर रखें

राम त्रिपाठी, नई दिल्ली
कोरोना वायरस और लॉकडाउन के बीच नवरात्र पर्व पर भक्त अपने घरों में रहकर मां दुर्गा की पूजा कर रहे हैं, लेकिन अब एक नई समस्या उन्हें परेशान किए हुए है। नवरात्र पर कन्या पूजन कैसे करें? किसी कन्या को घर में बुला नहीं सकते और कहीं जा भी नहीं सकते हैं?

कालकाजी मंदिर के पुजारी पं. लवकेश भारद्वाज कहते हैं कि माता रानी की पूजा का एक सर्वसम्मत यंत्र है। यंत्र को वर्तमान परिवेश में टोना-टोटका के रुप में देखा जाता है जो गलत है। यंत्र का अर्थ है सिस्टम। मंदिर के प्रमुख पुजारी सर्वेश भारद्वाज, पं. सपना और पं. पीयूष भारद्वाज इस चर्चा को आगे बढ़ाते हुए जानकारी देते हैं कि यंत्र के अनुसार, आपात स्थिति में माता रानी के दरबार में पूरी, हलवा आदि भोग की सामाग्री अर्पित करके उस प्रसाद को घर की छत पर रख देना चाहिए, ताकि पक्षी उसका सेवन कर सके। घर के दरबाजे पर उस प्रसाद को रख दें। वहां गाय, कुत्ता और पक्षी उसका सेवन करते हैं।

पं, लवकेश दुर्गा सप्तशती के बारहवें आध्याय के आठवें श्लोक का जिक्र करते हुए बताते हैं कि मां दुर्गा का माहात्म्य महामारी जनित समस्त उपद्रवों और आध्यात्मिक वगैरह तीनों प्रकार के उत्पातों को शांत करने वाला है। ऐसे में कोरोना से निपटने में मां दुर्गा की पूजा का महत्व शास्त्र सम्मत है।

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