नई दिल्ली
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया है। ऐसे में गरीबों और दिहाड़ी मजदूरों की समस्याएं भी सामने आ रही हैं। पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी सांसद ने गौतम गंभीर ने भी 1.5 करोड़ रुपये की मदद करने का ऐलान किया है लेकिन उन्होंने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ऐडवर्टीजमेंट में खर्च होने वाले 50 करोड़ के बजट का इस्तेमाल 2 लाख लोगों को खाना खिलाने में भी किया जा सकता है।
गंभीर ने ट्वीट कर कहा, 'दिल्ली की जनता ने अरविंद केजरीवाल को औरों पे आरोप लगाने के लिए चुना है क्या ? इस स्थिति में भी सारी जवाबदेही PM और बाकी राज्यों के CM पे डाल दी! 500 करोड़ के advertisement budget में 2 लाख लोगों का खाना आ जायेगा। अगर दिल्ली ही नहीं रहेगी तो कहाँ बेचोगे अपने झूठ को?'
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दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था, 'मुझे बहुत दुःख है कि कोरोना महामारी के बीच बीजेपी नेता टुच्ची राजनीति पर उतर आए हैं। योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल ने बिजली पानी काट दिया इसलिए लोग दिल्ली से जा रहे हैं। यह गम्भीरता से एक होकर देश को, बचाने का समय है, घटिया राजनीति का नहीं।' वहीं उत्तर प्रदेश में AAP नेता राघव चड्ढा पर एफआईआर दर्ज की गई है। उनपर अफवाह फैलाने और सीएम योगी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है।
लॉकडाउन के ऐलान के बाद दिल्ली से दिहाड़ी मजदूर और बड़ी संख्या में अन्य लोग अपने गांवों तरफ भाग रहे हैं। बहुत सारे लोग पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए निकल पड़े। वहीं जब यूपी समते कई राज्यों ने बसों का इंतजाम किया तो दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में भीड़ लग गई और लॉकडाउन ब्रेकडाउन होता दिखा। हालांकि सीएम केजरीवालने आश्वासन दिया है कि दिल्ली में कोई भी भूखा नहीं सोएगा।
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दिल्ली सरकार ने स्कूलों में रहने और खाने का प्रबंध किया है। इसके अलावा कई संगठन और गुरुद्वारे भी लोगों की मदद करने के लिए आगे आ र हे हैं। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सीएम केजरीवाल ने लोगों से रुकने के अपील भी की है पर लोग जल्द से जल्द घर पहुंचना चाहते हैं। उनका कहना है कि यहां उनके कमाने खाने का जरिया खत्म हो चुका है और उनके पास जीवनयापन करने के लिए पैसे नहीं हैं।
गौतम गंभीर ने दो बार में कोविड 19 से लड़ाई के लिए 1.5 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। पहले उन्होंने एमपी फंड से 50 लाख रुपये देने का ऐलान किया था। इसके बाद उन्होंने उन्होंने शनिवार को दोबारा 1 करोड़ रुपये के योगदान की घोषणा की। गौतम गंभीर ने यह भी कहा है कि वह अपनी एक महीने की सैलरी भी पीएम राहत कोष में दान करेंगे। वह पहले भी केजरीवाल पर निशाना साधते रहे हैं।
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया है। ऐसे में गरीबों और दिहाड़ी मजदूरों की समस्याएं भी सामने आ रही हैं। पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी सांसद ने गौतम गंभीर ने भी 1.5 करोड़ रुपये की मदद करने का ऐलान किया है लेकिन उन्होंने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ऐडवर्टीजमेंट में खर्च होने वाले 50 करोड़ के बजट का इस्तेमाल 2 लाख लोगों को खाना खिलाने में भी किया जा सकता है।
गंभीर ने ट्वीट कर कहा, 'दिल्ली की जनता ने अरविंद केजरीवाल को औरों पे आरोप लगाने के लिए चुना है क्या ? इस स्थिति में भी सारी जवाबदेही PM और बाकी राज्यों के CM पे डाल दी! 500 करोड़ के advertisement budget में 2 लाख लोगों का खाना आ जायेगा। अगर दिल्ली ही नहीं रहेगी तो कहाँ बेचोगे अपने झूठ को?'
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दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था, 'मुझे बहुत दुःख है कि कोरोना महामारी के बीच बीजेपी नेता टुच्ची राजनीति पर उतर आए हैं। योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल ने बिजली पानी काट दिया इसलिए लोग दिल्ली से जा रहे हैं। यह गम्भीरता से एक होकर देश को, बचाने का समय है, घटिया राजनीति का नहीं।' वहीं उत्तर प्रदेश में AAP नेता राघव चड्ढा पर एफआईआर दर्ज की गई है। उनपर अफवाह फैलाने और सीएम योगी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है।
लॉकडाउन के ऐलान के बाद दिल्ली से दिहाड़ी मजदूर और बड़ी संख्या में अन्य लोग अपने गांवों तरफ भाग रहे हैं। बहुत सारे लोग पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए निकल पड़े। वहीं जब यूपी समते कई राज्यों ने बसों का इंतजाम किया तो दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में भीड़ लग गई और लॉकडाउन ब्रेकडाउन होता दिखा। हालांकि सीएम केजरीवालने आश्वासन दिया है कि दिल्ली में कोई भी भूखा नहीं सोएगा।
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गौतम गंभीर ने दो बार में कोविड 19 से लड़ाई के लिए 1.5 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। पहले उन्होंने एमपी फंड से 50 लाख रुपये देने का ऐलान किया था। इसके बाद उन्होंने उन्होंने शनिवार को दोबारा 1 करोड़ रुपये के योगदान की घोषणा की। गौतम गंभीर ने यह भी कहा है कि वह अपनी एक महीने की सैलरी भी पीएम राहत कोष में दान करेंगे। वह पहले भी केजरीवाल पर निशाना साधते रहे हैं।
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