नई दिल्ली
स्कल ब्रेकर चैलेंज..., यह चैलेंज खेल नहीं, जिंदगी से खिलवाड़ है। यह कोई गेम या मौजमस्ती का तरीका नहीं बल्कि अपाहिज होने का बड़ा जरिया है। टिकटॉक पर इस चैलेंज से जितना दूर रहें, उतना ही बेहतर होगा। पश्चिमी देशों में टिकटॉक पर इस गेम के प्रति युवाओं में पागलपन को देखते हुए भारतीय डॉक्टरों ने युवाओं को ये चेतावनी दी है। ये चैलेंज इतना खतरनाक है कि आपको जिंदगी भर के लिए अपाहिज बनाकर वीलचेयर पर बैठा सकता है। इसमें जान तक जाने का खतरा है। विदेशों में इस गेम में कई युवा घायल होकर अस्पताल पहुंच चुके हैं।
एम्स में न्यूरो सर्जन डॉ. दीपक गुप्ता ने कहा कि इस गेम को खेलने वाला सिर के बल जमीन पर गिरता है। इससे सिर में जानलेवा चोट लगने का खतरा बहुत ज्यादा होता है। यहां तक कि 20 से 30 पर्सेंट मामलों में मौत तक हो सकती है। गर्दन की अहम हड्डियों में चोट लगे तो दोनों हाथ-पैर अपाहिज हो सकते हैं।
इंडियन स्पाइन इंजरी सेंटर के सर्जन डॉ. विकास टंडन ने कहा कि इन दिनों स्कल ब्रेकर चैलेंज के वायरल विडियो को देखते हुए पैरंट्स को भी अलर्ट रहना चाहिए। एम्स ट्रॉमा सेंटर के ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. विजय कुमार का कहना है कि इन खतरनाक विडियो को सोशल मीडिया से हटाया जाना चाहिए। फोर्टिस के सायकायट्रिस्ट डॉ. समीर पारिख ने कहा कि बच्चों को इस खतरे से बचाने के लिए पैरंट्स को आगे आना होगा।
क्या है यह 'स्कल ब्रेकर' चैलेंज
'स्कल ब्रेकर' चैलेंज के नाम से मशहूर हो रहा यह चैलेंज वास्तव में वही करता है जो इसके नाम से पता चलता है। यह चैलेंज बहुत से बच्चों और युवाओं को अस्पतालों में ले जा रहा है और गंभीर चोटों का कारण बन रहा है। इससे बच्चे ही नहीं, बड़े भी प्रभावित हो रहे हैं। इस 'जंपिंग चैलेंज' में तीन लोगों की भागीदारी दिखाई जाती है। जो एक लाइन में साथ-साथ खड़े होते हैं, जिनमें से आजू बाजू वाले पार्टनर उछलते हैं और जब बीच वाला कूदने की कोशिश करता है, तो दोनों बीच वाले को टंगड़ी मारकर गिराते हैं। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक दिखने में भले ही यह फनी लगे पर जिसके लगती है उसकी जान पर बन आ रही है। क्योंकि इससे बीच में खड़ा होने वाला बैलेंस नहीं बना पाता और सीधे गिरता है, जिससे रीढ़ की हड्डी चोटिल हो जाती है या फिर सिर के बल गिरने पर कुछ को गंभीर फ्रैक्चर भी हो गया। विडियो नहीं दिखाते कि प्रैंक के बाद प्रतिभागियों के साथ क्या होता है इसलिए इसको गंभीरता से भी नहीं लिया जा रहा।
स्पेन से हुई शुरुआत
इस चैलेंज की शुरुआत स्पेन के दो स्कूली छात्रों के बीच मजाक से हुई थी, लेकिन अब यह एक बड़ी चुनौती बन गई है। इसके बारे में कई शिक्षक भी खुद छात्रों को नुकसान पहुंचने और उनकी हड्डियों में फ्रैक्चर होने समेत बॉडीपार्ट्स को घायल करने की शिकायत दर्ज कर चुके हैं। चुनौती इतनी वायरल हो गई है कि विडियो सोशल मीडिया वेबसाइटों पर सर्च करते बच्चे और युवा खुद को जोखिम में डाल रहे हैं। हालांकि अभी इस चैलेंज ने यूरोप और अमेरिका में ही ज्यादा प्रभावित कर रहा है। ऐसे में सभी पैरेंट्स को इस बात का खास ध्यान रखने की जरूर है।
स्कल ब्रेकर चैलेंज..., यह चैलेंज खेल नहीं, जिंदगी से खिलवाड़ है। यह कोई गेम या मौजमस्ती का तरीका नहीं बल्कि अपाहिज होने का बड़ा जरिया है। टिकटॉक पर इस चैलेंज से जितना दूर रहें, उतना ही बेहतर होगा। पश्चिमी देशों में टिकटॉक पर इस गेम के प्रति युवाओं में पागलपन को देखते हुए भारतीय डॉक्टरों ने युवाओं को ये चेतावनी दी है। ये चैलेंज इतना खतरनाक है कि आपको जिंदगी भर के लिए अपाहिज बनाकर वीलचेयर पर बैठा सकता है। इसमें जान तक जाने का खतरा है। विदेशों में इस गेम में कई युवा घायल होकर अस्पताल पहुंच चुके हैं।
एम्स में न्यूरो सर्जन डॉ. दीपक गुप्ता ने कहा कि इस गेम को खेलने वाला सिर के बल जमीन पर गिरता है। इससे सिर में जानलेवा चोट लगने का खतरा बहुत ज्यादा होता है। यहां तक कि 20 से 30 पर्सेंट मामलों में मौत तक हो सकती है। गर्दन की अहम हड्डियों में चोट लगे तो दोनों हाथ-पैर अपाहिज हो सकते हैं।
इंडियन स्पाइन इंजरी सेंटर के सर्जन डॉ. विकास टंडन ने कहा कि इन दिनों स्कल ब्रेकर चैलेंज के वायरल विडियो को देखते हुए पैरंट्स को भी अलर्ट रहना चाहिए। एम्स ट्रॉमा सेंटर के ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. विजय कुमार का कहना है कि इन खतरनाक विडियो को सोशल मीडिया से हटाया जाना चाहिए। फोर्टिस के सायकायट्रिस्ट डॉ. समीर पारिख ने कहा कि बच्चों को इस खतरे से बचाने के लिए पैरंट्स को आगे आना होगा।
क्या है यह 'स्कल ब्रेकर' चैलेंज
'स्कल ब्रेकर' चैलेंज के नाम से मशहूर हो रहा यह चैलेंज वास्तव में वही करता है जो इसके नाम से पता चलता है। यह चैलेंज बहुत से बच्चों और युवाओं को अस्पतालों में ले जा रहा है और गंभीर चोटों का कारण बन रहा है। इससे बच्चे ही नहीं, बड़े भी प्रभावित हो रहे हैं। इस 'जंपिंग चैलेंज' में तीन लोगों की भागीदारी दिखाई जाती है। जो एक लाइन में साथ-साथ खड़े होते हैं, जिनमें से आजू बाजू वाले पार्टनर उछलते हैं और जब बीच वाला कूदने की कोशिश करता है, तो दोनों बीच वाले को टंगड़ी मारकर गिराते हैं। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक दिखने में भले ही यह फनी लगे पर जिसके लगती है उसकी जान पर बन आ रही है। क्योंकि इससे बीच में खड़ा होने वाला बैलेंस नहीं बना पाता और सीधे गिरता है, जिससे रीढ़ की हड्डी चोटिल हो जाती है या फिर सिर के बल गिरने पर कुछ को गंभीर फ्रैक्चर भी हो गया। विडियो नहीं दिखाते कि प्रैंक के बाद प्रतिभागियों के साथ क्या होता है इसलिए इसको गंभीरता से भी नहीं लिया जा रहा।
स्पेन से हुई शुरुआत
इस चैलेंज की शुरुआत स्पेन के दो स्कूली छात्रों के बीच मजाक से हुई थी, लेकिन अब यह एक बड़ी चुनौती बन गई है। इसके बारे में कई शिक्षक भी खुद छात्रों को नुकसान पहुंचने और उनकी हड्डियों में फ्रैक्चर होने समेत बॉडीपार्ट्स को घायल करने की शिकायत दर्ज कर चुके हैं। चुनौती इतनी वायरल हो गई है कि विडियो सोशल मीडिया वेबसाइटों पर सर्च करते बच्चे और युवा खुद को जोखिम में डाल रहे हैं। हालांकि अभी इस चैलेंज ने यूरोप और अमेरिका में ही ज्यादा प्रभावित कर रहा है। ऐसे में सभी पैरेंट्स को इस बात का खास ध्यान रखने की जरूर है।
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Read more: स्कल ब्रेकर चैलेंज: जिंदगी छीन लेगा यह खेल