Saturday, February 15, 2020

'बेटे से मिलने को कैसी इजाजत', आज शाहीन बाग से मिलेंगे शाह?

नई दिल्ली
शाहीन बाग में सीएए, एनआरसी-एनपीआर को लेकर रविवार को प्रदर्शनकारियों ने गृह मंत्री के घर तक मार्च निकालने का निर्णय लिया है। इसका ऐलान शनिवार को प्रदर्शन स्थल के मंच से किया गया। मार्च की अनुमति के लिए एसएचओ को लेटर भेज दिया गया है। हालांकि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को पैदल मार्च निकालने की परमिशन नहीं दी थी।

दोपहर 2 बजे मार्च
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि शाहीन बाग से कोई 10 लोगों का डेलीगेशन नहीं जाएगा। क्योंकि शाहीन बाग का एक-एक बच्चा अपने आप में डेलीगेशन है। ऐसे में प्रोटस्ट में शामिल सभी लोग जाएंगे। पूरे इंडिया से लोग आकर गृह मंत्री से सवाल करेंगे। जिन लोगों को लगता है कि उन्हें सीएए-एनआरसी से डर हैं, वे सभी शाहीन बाग के इस मार्च का हिस्सा बनेंगे। उन्होंने बताया कि यह निर्णय प्रोटस्ट में शामिल सभी लोगों से बातचीत करके लिया गया है और सभी ने अपनी सहमती जताई है। सोनू वारसी ने कहा कि दोपहर 2 बजे पैदल मार्च शुरू होगा। मार्च जसोला-मथुरा रोड से होते हुए गृह मंत्रालय तक जाएगा। गृह मंत्री ने बुलाया है, तो सुरक्षा का इंतजाम भी वही करें।

बता दें कि शनिवार सुबह तक बात चल रही थी कि गृह मंत्री से मिलने के लिए दादियां और अन्य लोग जाएंगे। मगर बाद में एक मीटिंग हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि अगर गृह मंत्री अमित शाह मिलने नहीं आ सकते, तो सभी लोग उनसे मिलने के लिए जाएंगे। वहीं, दादी सरवरीका का कहना है कि वे मोदी और अमित शाह जी से बात करने के लिए पूरे भारत जाएंगे। एनआरसी, एनपीआर और सीएए को सरकार वापस ले ले तो वे यहां से हट जाएंगे। नहीं तो वे यह सड़क खाली नहीं करेंगे।

'बेटे से मिलने की कैसी इजाजत?'
जब दादियों से पूछा गया कि उन्होंने गृह मंत्री से मिलने के लिए अनुमति ली है, तो उनका कहना है कि जिस तरह पीएम के लिए हम उनकी मां है, वैसे ही गृह मंत्री हमारे बेटे हैं। क्या एक मां अपने बेटे से मिलने के लिए अनुमति लेती है, नहीं ना? तो हम क्यों लें। हम अपने बेटे से मिलने जा रहे हैं और मिलकर वापस आएंगे। अपनी मांग उनके सामने रखेंगे।


अलग-अगल तरीके से लोग करते रहे प्रोटेस्ट
शाहीन बाग में शनिवार को प्रदर्शन स्टेज पर पूरे दिन सीएए-एनआरसी को लेकर विरोध चलता रहा है। वहीं, मच के पीछे ब्लड डोनेशन कैंप भी लगाया गया था, जिसमें प्रोटेस्टर ब्लड डोनेट कर रहे थे। प्रदर्शनकारी हमीद ने बताया कि जिस तरह से सीएए-एनआरसी की लड़ाई सड़कों पर लड़ रहे हैं, उसी तरह हम अपना ब्लड डोनेट करके भी अपना विरोध जता रहे हैं। ब्लड डोनेट करना नेक काम है। वहीं, दूसरी तरफ कलाकार भी महिलाओं का साथ देने आए थे और उन्होंने पेंटिंग के माध्यम से अपना विरोध दर्ज किया।

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