Friday, February 7, 2020

लेख से खेल? लेखक ने केजरीवाल को घेरा

नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान से पहले सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) को असहज करने वाली परिस्थितियां पैदा हो रही हैं। पहले शाहीन बाग में फायरिंग करने वाले कपिल गुर्जर का आप कार्यकर्ता होने की बात सामने आना, फिर उप-मुख्यमंत्री और पार्टी के दूसरे नंबर के नेता मनीष सिसोदिया के ओएसडी की रिश्वत लेते गिरफ्तारी के झटकों से पार्टी उबर भी नहीं पाई कि अब उसपर झूठा प्रचार करने का आरोप लग गया।


आप और अरविंद केजरीवाल पर झूठ बोलने का आरोप किसी और ने नहीं, बल्कि उस कॉलमिस्ट ने ही लगाया है जिनके लेख का हवाला देकर दावा किया गया है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने ऐसा विकास किया कि वॉशिंगटन पोस्ट जैसे प्रतिष्ठित अखबार अमेरिका को भी इससे सीखने का सुझाव दे रहे हैं।

आप के विडियो पर भड़के लेखक

दरअसल, आम आदमी पार्टी ने आज ही अपने ट्विटर हैंडल पर एक विडियो ट्वीट कर यह दावा किया। लेकिन, इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए उसी लेख के लेखक ने आप के दावे को झूठ बता दिया। वॉशिंगटन पोस्ट के स्तंभकार विवेक वाधवा ने रीट्वीट में अरविंद केजरीवाल और वॉशिंगटन पोस्ट को टैग करते हुए लिखा, 'मैं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विज्ञापनों में झूठ के प्रदर्शन से दुखी हूं। वॉशिंगटन पोस्ट में हेल्थक्यूब360 को लेकर प्रकाशित मेरे आर्टिकल को गलत तरीके से पेश किया गया और मोहल्ला क्लिनिक के बारे में झूठे दावे किए गए।' उन्होंने आगे लिखा, 'उनके स्वास्थ्य मंत्री ने मेरे हवाले से साफ-साफ झूठ बोला।'

शेयर की मोहल्ला क्लिनिक में घोटाले की खबर

उन्होंने ट्वीट के साथ एक लिंक भी शेयर किया जिसमें मोहल्ला क्लीनिक में 'घोटाले' के खुलासे की खबर है। तीन साल पहले की इस खबर के शीर्षक में कहा गया है कि निगरानी जांच में पता चला कि डॉक्टर एक महीने में दो-दो मरीज का इलाज कर रहे हैं। विवेक यहीं नहीं रुके और पोस्ट के नीचे कॉमेंट में भी लिखा, 'Disgusted (घृणित)।'

2016 में छपा था लेख
गौरतलब है कि वॉशिंगटन पोस्ट के जिस आर्टिकल को केजरीवाल सरकार पर झूठ बोलने का लेखक ने ही आरोप लगाया है, वह 11 मार्च, 2016 को प्रकाशित हुई थी। इसका शीर्षक था, What New Delhi’s free clinics can teach America about fixing its broken health care system (नई दिल्ली के मुफ्त क्लिनिक्स अमेरिका को अपना हेल्थकेयर सिस्टम सुधारने की क्या सीख दे सकते हैं)।

विवेक वाधवा के नाम से प्रकाशित इस आर्टिकल में रूपींदर कौर नाम की गर्भवती महिला का पीढ़ागढ़ी रिलीफ कैंप में 15 मिनट के अंदर हुए कुछ मेडिकल टेस्ट का जिक्र किया गया है। इसमें क्लिनिक में उपलब्ध सुविधाओं का जिक्र करते हुए कहा गया है, 'मैंने पश्चिम (पश्चिमी देशों) में जो क्लिनिक देखे हैं, उनके मुकाबले (दिल्ली के पीरागढ़ी का) यह क्लिनिक ज्यादा एफिशंट और अडवांस है।' लेख की आखिरी पंक्ति कहती है, 'अमेरिकी शहरों में मोहल्ला क्लिनिक खोलने का सही वक्त आ गया है।' आप यह पूरा आर्टिकल यहां पढ़ सकते हैं।

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