नई दिल्ली
8 फरवरी यानी शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। विधानसभा चुनाव में जीत के लिए सभी पार्टियों ने पूरी ताकत झोंक दी है। तो वहीं, बांग्लादेश में जन्मी दिल्ली की सबसे बुजुर्ग मतदाता कालितारा मंडल का जोश 111 साल की उम्र में भी हाई है। कलितारा मंडल दिल्ली चुनाव में मतदान करने और अपनी उंगली पर स्याही का निशान लगवाने को लेकर बेहद उत्साहित हैं।
आपको बता दें कि दिल्ली के सीआर पार्क में रहने वाली कलितारा मंडल का जन्म 1908 को अविभाजित भारत (आज के बांग्लादेश) में हुआ था। वह दो बंटवारों की साक्षी हैं और भारत में दो बार शरणार्थी के रूप में रह चुकी हैं। आखिर में वह दिल्ली में आकर बस गईं। उन्होंने अब तक हुए तकरीबन हर चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। उन्हें मतदान पेटी भी याद है और ईवीएम से मतदान करने का भी अनुभव है।
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कलितारा मंडल के बेटे सुख रंजन कहते हैं, 'वह मतदान करने के लिए बेहद उत्सुक हैं। पिछले वर्ष उन्होंने लोकसभा में मतदान किया था।' मंडल ने लोगों से भी आलस्य त्यागकर मतदान करने की अपील की। उन्होंने कहा, 'बाहर निकलो और मतदान करो। लोकतंत्र जनता से चलता है और लोगों को इसमें जरूर भाग लेना चाहिए क्योंकि हर एक वोट का महत्व होता है।'
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गौरतलब है कि दिल्ली में तकरीबन 132 मतदाता ऐसे हैं जिनकी उम्र 100 साल या उससे अधिक है। इनमें 68 पुरुष और 64 महिलाएं हैं। चुनाव प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि 100 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं के साथ वीआईपी जैसा बर्ताव किया जाएगा। ध्यान रहे कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और 11 फरवरी को इसके नतीजे आएंगे। दिल्ली में आप, बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला है।
8 फरवरी यानी शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। विधानसभा चुनाव में जीत के लिए सभी पार्टियों ने पूरी ताकत झोंक दी है। तो वहीं, बांग्लादेश में जन्मी दिल्ली की सबसे बुजुर्ग मतदाता कालितारा मंडल का जोश 111 साल की उम्र में भी हाई है। कलितारा मंडल दिल्ली चुनाव में मतदान करने और अपनी उंगली पर स्याही का निशान लगवाने को लेकर बेहद उत्साहित हैं।
आपको बता दें कि दिल्ली के सीआर पार्क में रहने वाली कलितारा मंडल का जन्म 1908 को अविभाजित भारत (आज के बांग्लादेश) में हुआ था। वह दो बंटवारों की साक्षी हैं और भारत में दो बार शरणार्थी के रूप में रह चुकी हैं। आखिर में वह दिल्ली में आकर बस गईं। उन्होंने अब तक हुए तकरीबन हर चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। उन्हें मतदान पेटी भी याद है और ईवीएम से मतदान करने का भी अनुभव है।
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कलितारा मंडल के बेटे सुख रंजन कहते हैं, 'वह मतदान करने के लिए बेहद उत्सुक हैं। पिछले वर्ष उन्होंने लोकसभा में मतदान किया था।' मंडल ने लोगों से भी आलस्य त्यागकर मतदान करने की अपील की। उन्होंने कहा, 'बाहर निकलो और मतदान करो। लोकतंत्र जनता से चलता है और लोगों को इसमें जरूर भाग लेना चाहिए क्योंकि हर एक वोट का महत्व होता है।'
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गौरतलब है कि दिल्ली में तकरीबन 132 मतदाता ऐसे हैं जिनकी उम्र 100 साल या उससे अधिक है। इनमें 68 पुरुष और 64 महिलाएं हैं। चुनाव प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि 100 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं के साथ वीआईपी जैसा बर्ताव किया जाएगा। ध्यान रहे कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और 11 फरवरी को इसके नतीजे आएंगे। दिल्ली में आप, बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला है।
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