नई दिल्ली
हिंसा की आग में उत्तर-पूर्वी दिल्ली किस कदर झुलसी, इसकी तस्वीर धीरे-धीरे सामने आ रही है। गुरुवार को गगनपुरी में एक नाले से दो लाशें मिलने से आशंकाएं और गहरी हो गईं। बता दें कि बुधवार को खजूरी खास के नाले में आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा का शव मिला था। इस तरह दिल्ली में हिंसा में मारे गए लोगों की संख्या अब बढ़कर 35 हो गई है।
दिल्ली के दंगाग्रस्त इलाकों में अभी भी जबर्दस्त तनाव है। बुधवार रात भी हिंसा की छिटपुट घटनाएं दर्ज की गईं। उपद्रवियों ने ज्योतिनगर में अशोक नगर फ्लाइओवर के पास छोटा हाथी और बाइक जला डाली।
पढ़ें- दिल्ली हिंसा: छत पर पेट्रोल बम का जखीरा, ईंटें... और फंसे ताहिर हुसैन, AAP बचाव में उतरी
जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग, गोकुलपुरी और आसपास के इलाकों में शांति रही, लेकिन खौफ और दहशत का माहौल अभी बना हुआ है। ज्यादातर दुकानें बंद हैं और उनके दरवाजों पर हिंसा के निशान साफ देखे जा सकते हैं।
हिंसा को रोकने के लिए पुलिस प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च कर रही है। भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी उत्तर-पूर्वी जिले में तैनात हैं। दिल्ली दमकल सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि दिल्ली दमकल सेवा को दंगाग्रस्त इलाकों से आधी रात से सुबह आठ बजे तक 19 फोन मिले।
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उन्होंने बताया कि इलाके में 100 से अधिक दमकलकर्मी तैनात हैं और इलाके के सभी चार दमकल केंद्रों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए दमकल की अतिरिक्त गाड़ियां दी गईं और वरिष्ठ अधिकारी निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ अधिकारी दंगा प्रभावित इलाकों में डेरा डाले हुए हैं।
हिंसा की आग में उत्तर-पूर्वी दिल्ली किस कदर झुलसी, इसकी तस्वीर धीरे-धीरे सामने आ रही है। गुरुवार को गगनपुरी में एक नाले से दो लाशें मिलने से आशंकाएं और गहरी हो गईं। बता दें कि बुधवार को खजूरी खास के नाले में आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा का शव मिला था। इस तरह दिल्ली में हिंसा में मारे गए लोगों की संख्या अब बढ़कर 35 हो गई है।
दिल्ली के दंगाग्रस्त इलाकों में अभी भी जबर्दस्त तनाव है। बुधवार रात भी हिंसा की छिटपुट घटनाएं दर्ज की गईं। उपद्रवियों ने ज्योतिनगर में अशोक नगर फ्लाइओवर के पास छोटा हाथी और बाइक जला डाली।
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जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग, गोकुलपुरी और आसपास के इलाकों में शांति रही, लेकिन खौफ और दहशत का माहौल अभी बना हुआ है। ज्यादातर दुकानें बंद हैं और उनके दरवाजों पर हिंसा के निशान साफ देखे जा सकते हैं।
हिंसा को रोकने के लिए पुलिस प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च कर रही है। भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी उत्तर-पूर्वी जिले में तैनात हैं। दिल्ली दमकल सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि दिल्ली दमकल सेवा को दंगाग्रस्त इलाकों से आधी रात से सुबह आठ बजे तक 19 फोन मिले।
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उन्होंने बताया कि इलाके में 100 से अधिक दमकलकर्मी तैनात हैं और इलाके के सभी चार दमकल केंद्रों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए दमकल की अतिरिक्त गाड़ियां दी गईं और वरिष्ठ अधिकारी निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ अधिकारी दंगा प्रभावित इलाकों में डेरा डाले हुए हैं।
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