नई दिल्ली
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और NRC पर बागी रुख अपनाए जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर केंद्र सरकार पर हमला करने का कोई मौका छोड़ नहीं रहे हैं। प्रशांत ने अब दिल्ली चुनाव के बहाने इशारों में बीजेपी पर हमला बोला है।
ट्वीट से प्रशांत का इशारों में केंद्र पर हमला
प्रशांत ने एक ट्वीट में आपसी भाईचारा और सौहार्द को बढ़ाने के लिए EVM बटन दबाने का आग्रह किया है। उन्होंने लिखा है, '8 फरवरी को दिल्ली में EVM का बटन तो प्यार से ही दबेगा। जोर का झटका धीरे से लगना चाहिए ताकि आपसी भाईचारा और सौहार्द खतरे में ना पड़े।' माना जा रहा है कि प्रशांत का यह ट्वीट केंद्र सरकार और बीजेपी के खिलाफ है। दिल्ली में 8 फरवरी को मतदान और 11 को काउंटिंग होनी है।
बता दें कि प्रशांत किशोर CAA के मुद्दे पर पार्टी लाइन से अलग जाकर विरोध भी जता चुके हैं। इस मुद्दे पर वह बिहार के सीएम और पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार से मिल चुके हैं। प्रशांत ने गृह मंत्री अमित शाह से सवाल किया था कि वह CAA के बाद NRC को क्यों लागू नहीं कर रहे हैं जबकि उन्होंने इसे 'क्रोनोलॉजी' में लागू करने का ऐलान किया था।
CAA और NRC के खिलाफ हैं पीके
इतना ही नहीं पिछले दिनों पीके ने सीएए और एनआरसी के मुद्दे के खिलाफ आवाज उठाने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को बधाई तक दे दी थी। बता दें कि प्रशांत शुरू से ही नागरिकता कानून के खिलाफ राय रखते आए हैं। उन्होंने पिछले दिनों इशारों में सीएम नीतीश कुमार से भी इस बारे में राय स्पष्ट करने के लिए कहा था। इसके बाद नीतीश ने कहा था कि सीएए पर संसद में चर्चा होनी चाहिए। नीतीश ने ऐलान किया है कि वह बिहार में एनआरसी लागू नहीं करेंगे।
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और NRC पर बागी रुख अपनाए जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर केंद्र सरकार पर हमला करने का कोई मौका छोड़ नहीं रहे हैं। प्रशांत ने अब दिल्ली चुनाव के बहाने इशारों में बीजेपी पर हमला बोला है।
ट्वीट से प्रशांत का इशारों में केंद्र पर हमला
प्रशांत ने एक ट्वीट में आपसी भाईचारा और सौहार्द को बढ़ाने के लिए EVM बटन दबाने का आग्रह किया है। उन्होंने लिखा है, '8 फरवरी को दिल्ली में EVM का बटन तो प्यार से ही दबेगा। जोर का झटका धीरे से लगना चाहिए ताकि आपसी भाईचारा और सौहार्द खतरे में ना पड़े।' माना जा रहा है कि प्रशांत का यह ट्वीट केंद्र सरकार और बीजेपी के खिलाफ है। दिल्ली में 8 फरवरी को मतदान और 11 को काउंटिंग होनी है।
बता दें कि प्रशांत किशोर CAA के मुद्दे पर पार्टी लाइन से अलग जाकर विरोध भी जता चुके हैं। इस मुद्दे पर वह बिहार के सीएम और पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार से मिल चुके हैं। प्रशांत ने गृह मंत्री अमित शाह से सवाल किया था कि वह CAA के बाद NRC को क्यों लागू नहीं कर रहे हैं जबकि उन्होंने इसे 'क्रोनोलॉजी' में लागू करने का ऐलान किया था।
CAA और NRC के खिलाफ हैं पीके
इतना ही नहीं पिछले दिनों पीके ने सीएए और एनआरसी के मुद्दे के खिलाफ आवाज उठाने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को बधाई तक दे दी थी। बता दें कि प्रशांत शुरू से ही नागरिकता कानून के खिलाफ राय रखते आए हैं। उन्होंने पिछले दिनों इशारों में सीएम नीतीश कुमार से भी इस बारे में राय स्पष्ट करने के लिए कहा था। इसके बाद नीतीश ने कहा था कि सीएए पर संसद में चर्चा होनी चाहिए। नीतीश ने ऐलान किया है कि वह बिहार में एनआरसी लागू नहीं करेंगे।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Read more: दिल्ली चुनाव के बहाने PK का केंद्र पर अटैक