Sunday, December 29, 2019

पुलिस की गांधीगीरी, माफियाओं के घर के बाहर डाला डेरा

नई दिल्ली
स्मैक, चरस, हेरोइन और अवैध शराब बेचने वाले ड्रग्स माफिया के खिलाफ पुलिस ने मोर्चा खोल दिया है। इससे उनका धंधा चौपट होता जा रहा है। ईस्ट दिल्ली के कल्याणपुरी सबडिविजन में पुलिस ने ड्रग्स और अवैध शराब बेचने वाले 32 घरों की पहचान की है। पुलिस को चकमा देकर वे अपना धंधा चलाने के लिए कोई न कोई नया तरीका खोज निकालते थे। पुलिस ने गांधीगीरी दिखाते हुए उनके घरों के आगे पहरा बैठा दिया है। घरों की 24 घंटे सातों दिन निगरानी की जाती है। खासतौर से रात के वक्त, जब शराब बेचने वाली लाइसेंस वाली दुकानें बंद हो जाती हैं।

यह नया प्रयोग किया है एसीपी सुबोध गोस्वामी ने। वह प्रमोशन मिलने के बाद सोमवार से वेस्ट दिल्ली के अडिशनल डीसीपी-2 की कमान संभालेंगे। अवैध शराब और ड्रग्स बेचने वाले 32 घर कल्याणपुरी और त्रिलोकपुरी इलाकों में हैं। पुलिस ने इन सबकी पहले रेकी कराई। इसमें पता लगा कि कौन-कौन से घरों से नशे का यह कारोबार चलाया जा रहा है। इनमें 32 ऐसे घरों का पता लगा, जहां से ये काम किया जा रहा था। पुलिस ने धंधा बंद करने को कहा और चेतावनी दी। वे लोग बाज नहीं आए। उन्होंने इलाके के ही कुछ लड़के रख लिए।

पुलिस को यह भी पता लगा कि नशे का यह धंधा अधिकतर समय रात के वक्त होता है। इसके बाद बार-बार मना करने पर भी जब वे लोग बाज नहीं आए तो पुलिस ने इनके घरों के बाहर पुलिसकर्मियों का पहरा बैठा दिया। वे 24 घंटे सातों दिन घरों की निगरानी कर रहे हैं। इनमें 12 घर ऐसे हैं, जिन्हें इलाके का बच्चा-बच्चा जानता है कि यहां ड्रग्स और अवैध शराब बेचने का धंधा होता है। इन घरों के सामने बहुत अधिक सख्ती रखी जा रही है। पुलिस का कहना है कि कुछ ही दिनों में ड्रग्स माफिया पुलिस की गांधीगीरी से बेहाल होने लगे हैं। वे इस धंधे को छोड़कर कुछ और काम करने लगेंगे।

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